Watch: 'नो पार्किंग जोन' में लोग जबरदस्ती कर रहे थे बाइक खड़ा, देसी जुगाड़ से शख्स ने ऐसे उन्हें सिखाया सबक, वीडियो वायरल
By आजाद खान | Published: May 22, 2022 04:11 PM2022-05-22T16:11:08+5:302022-05-22T16:13:27+5:30
आपको बता दें कि इस वीडियो को आईपीएस अधिकारी दीपांशु काबरा ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर भी किया है जिसमें उन्होंने कैप्शन दिया है- "देसी समस्या का समाधान देसी इलाज से ही संभव है!"
Trending Video: अकसर ऐसा देखा गया है कि जिस जगह पर जो चीज मना की जाती है, लोग वही काम को वहां करते हुए दिखाई देते है। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडियो पर खूब वायरल हो रहा है जहां पर कुछ लोग 'नो पार्किंग जोन' में बाइक को पार्क करते हुए दिख रहे है। वीडियो में यह भी देखा गया है कि 'नो पार्किंग जोन' का बोर्ड लगाने के बावजूद भी कैसे घर का मालिक परेशान है क्योंकि बोर्ड के पढ़ने के बाद भी लोग वहां बाइक करके चले जा रहे हैं। देखते ही देखते यह वीडियो खूब वायर हुआ है और इसे अभी तक 64K से भी ज्यादा व्यूज आ चुके हैं। इस छोटे से वीडियो में इस समस्या का समाधान भी बताया गया है।
क्या है पूरा मामला
वीडियो के मुताबिक, एक घर का मालिक बहुत ही परेशान दिख रहा है क्योंकि "नो पार्किंग जोन, पेनाल्टी Rs.250/-." का बोर्ड अपने घर के बाहर लगाने के बावजूद भी लोग वहां बाइक को पार्क किए जा रहे हैं। इसके बाद वीडियो के अगली कड़ी में यह देखा जा रहा है कि उस घर के मालिक को एक शख्स ने एक देसी जुगाड बताया है जिससे उस घर के मालिक की समस्या ही दूर हो गई है।
इस वीडियो को आईपीएस अधिकारी दीपांशु काबरा ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर भी किया है जिसमें उन्होंने कैप्शन दिया है- "देसी समस्या का समाधान देसी इलाज से ही संभव है!"
उस वीडियो को यहां देखें।
देसी समस्या का समाधान देसी इलाज से ही संभव है! 😅
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) May 16, 2022
VC - SM pic.twitter.com/vSdIbwBuuD
शख्स ने दिया कमाल का आइडिया
आगे इस वीडियो में यह भी देखा गया है कि उस शख्स ने उस बोर्ड से कुछ शब्दों को निकाल कर फिर से उस बोर्ड को लगा दिया था जिसके बाद से उस घर के मालिक की यह समस्या मानो दूर ही हो गई है। उस शख्स ने बोर्ड में लिखे हुए "नो पार्किंग जोन, पेनाल्टी Rs.250/-." से 'नो' और 'पेनाल्टी' शब्द को हटा दिया था जिससे बोर्ड पर अब "पार्किंग जोन, Rs.250/-." लिखा हुआ बच गया था।
इसके जो कोई भी वहां आता था, वह उस बोर्ड को पढ़कर पार्किंग के लिए 250 रुपए देने का बोर्ड पढ़कर वहां बाइक खड़ा नहीं करता था और वहां से भाग जाता था।