भारत में मुस्लिम पीएम? ऋषि सुनक को ब्रिटेन का पीएम बनाने के ऐलान के बाद ट्विटर पर चल पड़ी अलग बहस, फिर आए ऐसे कमेंट
By विनीत कुमार | Published: October 25, 2022 09:12 AM2022-10-25T09:12:41+5:302022-10-25T09:17:50+5:30
ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे। वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने वाले पहले हिंदू भी होंगे। इस ऐलान के बाद भारत में सोशल मीडिया पर ये बहस चल पड़ी कि क्या यहां मुस्लिम पीएम हो सकता है।
नई दिल्ली: ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। इसे लेकर ऐलान सोमवार को गया। भारतीय मूल के ऋषि सुनक को पेनी मॉर्डंट के दौड़ से हटने की घोषणा के बाद सुनक को कंजरवेटिव पार्टी का निर्विरोध नेता चुन लिया गया है। सुनक 210 वर्षों में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले सबसे युवा नेता होंगे। खास बात ये भी है कि ऋषि सुनक भारतीय मूल के पहले शख्स के रूप में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचेंगे। वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने वाले पहले हिंदू भी होंगे।
बहरहाल, ऋषि सुनक के बाद भारत में ट्विटर पर मुस्लिम पीएम (Muslim PM) ट्रेंड करने लगा। कई यूजर्स ने ब्रिटेन में एक अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले शख्स को पीएम बनाए जाने के कदम का स्वागत किया। वहीं, ये भी पूछा जाने लगा कि क्या भारत में ऐसा संभव है। इस बहस के बीच कई लोगों ने ये भी याद दिलाया कि भारत में मनमोहन सिंह एक अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले ही प्रधानमंत्री थे जो 10 साल पद पर रहे। वहीं, राष्ट्रपति के तौर पर एपीजे अब्दुल कलाम, ज्ञानी जैल सिंह, फखरुद्दीन अली अहमद आदि के नाम गिनाए गए।
शशि थरूर ने ऋषि सुनक के नाम की चर्चाओं के बीच सोमवार शाम एक एक ट्वीट किया, 'यदि ऐसा होता है, तो मुझे लगता है कि हम सभी को यह स्वीकार करना होगा कि एक अल्पसंख्यक के सदस्य को सबसे शक्तिशाली कार्यालय में रखने की बात कर ब्रितानियों ने दुनिया में कुछ बहुत ही दुर्लभ काम किया है। हम भारतीय ऋषि सुनक के लिए जश्न मना रहे हैं। ईमानदारी से हमें पूछना चाहिए क्या ऐसा यहां हो सकता है?'
If this does happen, I think all of us will have to acknowledge that theBrits have done something very rare in the world,to place a member of a visible minority in the most powerful office. As we Indians celebrate the ascent of @RishiSunak, let's honestly ask: can it happen here? https://t.co/UrDg1Nngfv
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 24, 2022
थरूर के इस ट्वीट पर कई यूजर्स ने मनमोहन सिंह और एपीजे अब्दुल कलाम के नाम गिनाने शुरू कर दिए। एक यूजर ने लिखा, 'आप मनमोहन सिंह के कार्यकाल में मंत्री थे, वह अल्पसंख्यक समुदाय से हैं। 2004 में जब मनमोहन सिंह भारत के पीएम बने, तब कलाम हमारे राष्ट्रपति थे, वे अल्पसंख्यक थे। लेकिन यह आपके सवाल का जवाब नहीं होगा, क्योंकि आप चाहते हैं कि एक इस्लामवादी सिर्फ इसलिए पीएम बने क्योंकि वह मुसलमान है, इसके अलावा कोई योग्यता नहीं।
You were Minister under Manmohan Singh, He is from a Minority community.
— Vikrant ~ विक्रांत (@vikrantkumar) October 24, 2022
When MMS became PM of India in 2004, Sri Kalam was our President, He was from Minority.
But this won't answer ur question, because You want a Islamists to be PM just because he is a Muslim, no merit.
इस बहस के बीच हिंदू-मुस्लिम की बात भी ट्विटर पर होने लगी। एक यूजर ने लिखा, 'जो मुस्लिम पीएम की बात कर रहे हैं, उन्हें जानना चाहिए कि हमने दो मुस्लिम राष्ट्र-पाकिस्तान और बांग्लादेश दिए हैं। हमने मुस्लिम राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, चीफ जस्टिस और कई अन्य पदों के लिए अल्पसंख्यक दिए हैं। फिर भी यहां कोई भी चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बन सकता है।'
To all those chumt!y@$ asking Muslim PM.
— BHARAT (@bharatvarsh_1) October 25, 2022
We have already given 2 Muslim countries Pak & Bangladesh.
We have given Muslim President, VP, CJI, CEC & many more.
Still anyone can fight elections & become PM.
एक यूजर ने लिखा, 'जैन और पारसियों की बात क्यों नहीं करते? क्या है मुस्लिम पीएम को आगे बढ़ाने का ये एजेंडा? मुस्लिम अल्पसंख्यक? असली अल्पसंख्यक जैन और पारसी हैं, लेकिन मैं उन्हें रोते हुए नहीं देखता जैसे आप सब कर रहे हैं।
Why not talk about Jains and Parsis? What's this agenda to push Muslim PM?
— LOxTrapz (@Inspire_Futbal) October 25, 2022
Muslims Minority? Real Minorities are Jains and Parsis but I don't see them crying like y'all do
My Muslim PM,@ShashiTharoor
— Jagjit (blue tick) (@COMMANMANOFUPA) October 25, 2022
I know you are looking for Zakir Naik as PM.. pic.twitter.com/i3TDcCv70w
बता दें कि सुनक की छवि एक धर्मनिष्ठ हिंदू की भी रही है। भारतीय मूल के डॉक्टर पिता यशवीर और फार्मासिस्ट मां उषा के ब्रिटेन में जन्मे बेटे सुनक ने पिछले अभियान के दौरान अपनी प्रवासी जड़ों के बारे में विस्तार से बात की थी और पहले भारतवंशी वित्त मंत्री के तौर पर 11 डाउनिंग स्ट्रीट पर दिवाली के दीये जलाकर इतिहास बनाने का भी उल्लेख किया था।
सुनक के बारे में कहा जाता है कि वे मंदिर में नियमित रूप से जाते हैं और उनकी बेटियां, अनुष्का और कृष्णा की भी जड़ें भारतीय संस्कृति में निहित हैं। सुनक ने हाल में साझा किया था कि कैसे अनुष्का ने जून में वेस्टमिंस्टर एब्बे में क्वींस प्लेटिनम जुबली समारोह के लिए अपने सहपाठियों के साथ कुचिपुड़ी नृत्य की प्रस्तुति दी।