आखिर क्यों पीएम मोदी के हमशक्ल अभिनंदन को देखते ही 'मारने के लिए दौड़ा लेते हैं लोग'
By रजनीश | Published: April 12, 2019 06:13 PM2019-04-12T18:13:27+5:302019-04-12T18:13:27+5:30
अभिनंदन इससे पहले 1999 में भी लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। इसके अलावा 2012 में एक बार विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं..
कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशंसक रहे अभिनंदन पाठक ने चुनाव लड़ने ऐलान किया है। कहने को अभिनंदन आम आदमी हैं लेकिन वो मोदी के हमशक्ल होने की वजह से काफी लोकप्रिय रहे हैं। सहारनपुर निवासी अभिनंदन ने लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। इसी सीट से केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी चुनाव लड़ रहे हैं। अभिनंदन को किसी पार्टी से टिकट नहीं मिला है इस वजह से वह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। पहले चर्चा थी कि उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के समर्थन से चुनाव लड़ सकते हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने पहुंचे अभिनंदन ने कहा, 'लोकसभा चुनाव में लखनऊ सीट से लड़ने जा रहा हूं। मैं जुमले वाला नहीं हूं, मैं झूठ बोलने वाला नहीं हूं और ना ही मैं राफेल वाला हूं। मेरा काम सच बोलना और सेवा करना है।'
पीएम मोदी से मिलती-जुलती शक्ल के चलते अभिनंदन की चर्चा पहले भी होती रही है लेकिन इस बार चर्चा उनके चेहरे की नहीं बल्कि चुनाव लड़ने की है। अभिनंदन की एक शिकायत है कि एक समय चुनाव प्रचारों में बीजेपी ने उनका खूब उपयोग किया। दिल्ली विधानसभा चुनाव, यूपी विधानसभा चुनाव सहित पीएम मोदी की कई रैलियों में वह आकर्षण का केंद्र बने रहते थे।
पीएम मोदी से न मिल पाने के अपने मलाल को दूर करने के लिए लोग अभिनंदन के साथ ही सेल्फी लेकर खुश हो जाते थे औऱ उन तस्वीरों को फेसबुक, इंस्टाग्राम पर जान लगाकर शेयर करते थे।
पहले भी लड़ चुके हैं चुनाव-
अभिनंदन इससे पहले 1999 में भी लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। इसके अलावा 2012 में एक बार विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। 2019 लोकसभा चुनाव से काफी पहले अभिनंदन कांग्रेस का गमछा डालकर घूम चुके हैं और खुलकर बोल भी चुके हैं कि अगर उनकी राहुल गांधी से बात होती है तो वो कांग्रेस का प्रचार करेंगे। लेकिन शायद टिकट तक बात बनी नहीं।
जनता बीजेपी से इतना परेशान है कि मुझे पीटने लगती है-
अभिनंदन का कहना है कि लोगों ने मोदी को अच्छे दिन के लिए चुना था। लेकिन स्थितियां हर साल और बदतर होती चली जा रही हैं। यही वजह है कि अब लोगों का विश्वास मोदी सरकार से उठ गया है। लोग इतने परेशान हैं कि कई बार मुझे अपशब्द कहते हैं और पीटते हैं। एक वीडियो में उन्होंने बताया कि नोटबंदी के दौरान लाइन में खड़े लोग उन्हें देखते ही पीटने के लिए दौड़ा लेते थे।