187 सिक्कों को निगलकर शख्स पहुंचा अस्पताल, सर्जरी के बाद पेट से निकले कुल सिक्कों का वजन था 1.5 किलो, जानिए पूरा किस्सा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 30, 2022 03:39 PM2022-11-30T15:39:24+5:302022-11-30T15:44:33+5:30
कर्नाटक के बालकोट स्थित श्री कुमारेश्वर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में डॉक्टरों ने एक मरीज के पेट का ऑपरेशन करके 1.5 किलो वजन के कुल 187 सिक्कों को बाहर निकाला है।
बागलकोट: किसी के पेट या गले में भूलवश एक सिक्का भी चला जाए तो जान पर आफत बन आती है, लेकिन आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि कर्नाटक के बागलकोट में डॉक्टरों ने एक शख्स की सर्जरी करके उसके पेट से कुल 187 सिक्के निकाले। जी हां, चौंकिए नहीं यह बिल्कुल सच है। इस 187 सिक्कों में से 18 सिक्के तो उस शख्स ने उल्टी करके निकाल दिये।
जानकारी के अनुसार बालकोट स्थित श्री कुमारेश्वर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में हनागल नाम के एक मरीज को बेहद तकलीफ की हालत में भर्ती कराया गया। मरीज हनागल पेट दर्द के कारण बुरी तरह से कराह रहा था। मौके पर मौजूद डॉक्टरों ने उसे देखा और फिर अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बोला। उसके बाद जब डॉक्टरों ने उसकी अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट देखी तब उन्हें पेट दर्द का अजीब-ओ-गरीब मामला समझ में आया।
श्री कुमारेश्वर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डॉक्टरों ने पाया कि मरीज के पेट में एक-द नहीं बल्कि सैकड़ों की संख्या में गोल आकृति दिखाई दे रही। जिसके बाद डॉक्टर्स इस निष्कर्ष पर पहुंचे की मरीज में धातु के सिक्के हैं। लेकिन डॉक्टर भी इस बात से हैरान थे कि आखिरकार मरीज के पेट में इतने सारे सिक्के पहुंचे कैसे। उसके बाद डॉक्टरों ने मरीज की केस हिस्ट्री खंगाली शुरू की, तब पता चला कि मरीज मनोरोगी है।
इस कारण डॉक्टरों का अनुमान था कि मरीज ने जिस समय उन सिक्कों को पेट में निगला होगा तो उसे इस बात का एहसास नहीं रहा होगा कि वो उसकी जान के लिए घातक हो सकते हैं। खैर, डॉक्टरों ने फौरन उसके सर्जरी की तैयारी शरू की और फिर कुछ घंटों की मशक्कत के बाद हनागल के पेट से कुल 187 सिक्कों को बाहर निकाला।
हनागल की सर्जरी करने वाले डॉक्टर ईश्वर कलबुर्गी ने बताया कि हनागल मनोरोगी है और उसने इतने सारे सिक्कों को पिछले 2-3 महीनों में निगला है। उल्टी और पेट की परेशानी लेकर वो अस्पताल आया था, जब अल्ट्रासाउंड और एंडोस्कोपी की गई तो पता चला कि उसने कुल 187 सिक्के निगल लिए थे।
ऑपरेशन के बाद उसके पेट से बरामद होने वाले सिक्कों में 5 रुपये के 56, दो रुपये के 51 और एक रुपये के 80 सिक्के थे। वहीं अगर वजन की बात की जाए तो कुल सिक्कों का वजन 1.5 किलोग्राम था। हनागल रायचूर जिले के लिंगसुगुर शहर का रहने वाला और उसका सिजोफ्रेनिया का इलाज चल रहा है।