जकरबर्ग ने भड़काऊ भाषण के लिए दिया भारतीय नेता का उदाहरण, कपिल मिश्रा सोशल मीडिया पर हुए ट्रोल
By पल्लवी कुमारी | Published: June 7, 2020 02:50 PM2020-06-07T14:50:39+5:302020-06-07T14:50:39+5:30
बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत आने से पहले फेसबुक पर दिल्ली पुलिस को एक अल्टीमेटम देते हुए वीडियो पोस्ट किया था। जिसको विवादित पाकर फेसबुक ने अपने प्लैटफॉर्म से हटा दिया था।
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता कपिल मिश्रा का दिल्ली हिंसा के दौरान दिया गया भाषण एक बार फिर से विवादों में है। एक वायरल ऑडियो क्लिप के बाद दावा किया जा रहा है कि कपिल मिश्रा के उस भाषण को फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने भी हिंसा को उकसाने वाला बताया है। जिसके बाद कपिल मिश्रा एक बार फिर ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए हैं। हालांकि मार्क जकरबर्ग ने कपिल मिश्रा का नाम नहीं लिया था लेकिन उनके उस विवादित भाषण की लाइन का जिक्र मार्क जकरबर्ग ने किया और कहा ये भीड़ को उकसाने वाला था...इसलिए हमने उसको फेसबुक से हटा दिया।
जकरबर्ग का फेसबुक टीम के साथ बैठक का ऑडियो क्लिप हुआ लीक
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक जकरबर्ग फेसबुक के कर्मचारियों की मीटिंग ले रहे थे। जिसमें तकरीबन सैकड़ों कर्मचारी शामिल थे। इस बैठक में जकरबर्ग ने बता रहे थे कि उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के बयान के खिलाफ एक्शन क्यों नहीं लिया। जकरबर्ग ने कहा, बयान अमेरिका के शासन को मजबूत करने की तरफ इशारा करता था।
जकरबर्ग ने बैठक में कहा कि, 'हिंसा को उकसाने वाले भाषणों के खिलाफ हमारी पॉलिसी है। दुनियाभर में ऐसे नेताओं के भाषणों के उदाहरण हैं जिनको हमने फेसबुक से हटाया है। भारत में भी ऐसे कई केस हुए। वहां किसी ने कहा था कि ''अगर पुलिस प्रदर्शनकारियों को नहीं हटाती है तो मेरे समर्थक जानते हैं कि सड़क को कैसे खाली करवाना है।'' जकरबर्ग ने यह बात कंपनी की इंटरनल मीटिंग में कही। जकरबर्ग ने कहा कि यह समर्थकों को भड़काने जैसा था इसलिए हमने इसे हटाया भी। इसी बैठक का ऑडियो क्लिप लीक हो गया है। हालांकि इस बैठक में जकरबर्ग ने किसी कपिल मिश्रा का नाम नहीं लिया था।
जकरबर्ग ने कपिल मिश्रा के जिस वीडियो का जिक्र किया वह 23 फरवरी 2020 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत आने से पहले पोस्ट किया गया था।
ट्विटर पर ट्रोल हुए कपिल मिश्रा
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने लिखा, FB के जुकरबर्ग ने भाजपा के नेता कपिल मिश्रा से के भाषण का जिक्र हेट स्पीच के रूप में किया है। इस बीच एमएचए नियंत्रित दिल्ली पुलिस को अभी यह तय करना है कि क्या वह एक अपराधी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे या नहीं।
FB’s Zuckerberg uses BJP’s Kapil Mishra as prime example of hate speech
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) June 6, 2020
Meanwhile MHA-controlled Delhi Police yet to decide whether he is a culprit#Don’tNeed PoirotToSolve Thishttps://t.co/FvwPDgujIj via @thewire_in
इस खबर को शेयर करते हुए यूट्यूबर ध्रुव राठी ने कहा, कल अंध भक्त ट्विटर का बहिष्कार कर रहे थे, अब उन्हें फेसबुक का भी बहिष्कार करना शुरू कर देना चाहिए। लेकिन सच्चाई आपके सामने है। देखते हैं कि दिल्ली पुलिस के पास इस पर कार्रवाई करने के लिए हिम्मत है या नहीं?
Yesterday, Blind Bhakts were boycotting Twitter, now they should start boycotting Facebook too
— Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) June 7, 2020
But the truth is out in the open. Everyone knows it. Let’s see if Delhi Police has any guts to take action on this. https://t.co/SsQNBrqQ3L
कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रभारी रोहन गुप्ता ने तंजभरा ट्वीट किया, '' मोदी जी को लगा होगा ये मेरा नाम रोशन करेगा। हो सकता है इसके लिए इन्हें सम्मानित भी किया जाए।''
Modiji's 'Red Eyed' boy Kapil Mishra is making him & BJP famous or rather INFAMOUS across the world.
— Rohan Gupta (@rohanrgupta) June 7, 2020
'Mera Naam Karega Roshan.....'
He might be rewarded for this !
https://t.co/fqGjTbIZAj
पत्रकार साक्षी जोशी ने लिखा, क्या ट्विटर इंडिया इसपर एक्शन लेगा।
Did @TwitterIndia take his video down! If Mark Zuckerberg feels #KapilMishra’s speech was inciteful then shouldn’t Twitter feel the same! I am just enquiring pls help me with this info . Did twitter take his video down? https://t.co/Dnbem3DYLP
— Sakshi Joshi (@sakshijoshii) June 7, 2020
कुणाल कामरा ने भी कपिल मिश्रा की आलोचना की है।
On the 9th day of navratri how the legendary Falguni Pathak incites & orchestrates the celebration of Dandiya amongst her fan base,
— Kunal Kamra (@kunalkamra88) June 7, 2020
Kapil Mishra was similarly inciting violence amongst his fan base - https://t.co/DIXoXEMTCn
एक यूट्यूबर ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी।
Kapil Mishra's speech has become a standard for Facebook to judge what is hate speech and incitement to violence.
— Atomnirbhar Meghnad (@Memeghnad) June 7, 2020
But for our lovely Gormint, he's still a precious little political tool. 🙄 https://t.co/TWCsamYwGo
क्या था कपिल मिश्रा का वो विवादित भाषण
संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान कपिल मिश्रा ने जाफराबाद में पुलिस को अल्टीमेटम दिया था। कपिल मिश्रा ने कहा था, हम ट्रंप (अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप) के यहां रहने तक इंतजार करेंगे। अगर रास्ता साफ नहीं किया जाता है तो फिर आम आपकी (पुलिस) भी नहीं सुनेंगे। हम आपसे (पुलिस) यह अपील करते हैं कि ट्रंप के जाने तक जाफराबाद और चांदबाग को खाली करा दें। अगर नहीं तो हमें गलियों में उतरना पड़ेगा।