कंधमालः चिकित्सकों ने 17 वर्ष के किशोर के मलद्वार में फंसी 150 सेंटीमीटर लंबी और तीन सेंटीमीटर चौड़ी लोहे की छड़ पांच घंटे सर्जरी के बाद निकाली, जानें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 3, 2023 06:45 PM2023-04-03T18:45:03+5:302023-04-03T18:45:51+5:30
कंधमालः जनरल सर्जरी विभाग के प्रमुख शिव प्रसाद दास ने बताया कि पांच सदस्यीय शल्य चिकित्सकों के दल ने किशोर की लगभग पांच घंटे सर्जरी करके छड़ निकाली।

इलाज और निगरानी के लिए कुछ दिनों तक अस्पताल में रहेगा।
बरहमपुरः ओडिशा के बरहमपुर स्थित सरकारी एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चिकित्सकों के एक दल ने कंधमाल जिले के रहने वाले 17 वर्ष के एक किशोर के मलद्वार में फंसी लोहे की छड़ सफलतापूर्वक निकाल दी है। शनिवार को सुबर्णगिरि गांव में एक इमारत की एसबेस्टस की छत से गिरने के बाद छड़ लड़के के मलद्वार में घुस गई थी।
किशोर की सर्जरी करने वाले एक चिकित्सक ने बताया कि 150 सेंटीमीटर लंबी और लगभग तीन सेंटीमीटर चौड़ी छड़ का लगभग 60 सेंटीमीटर हिस्सा शक्ति पटगुरु नाम के किशोर के मलद्वार में घुस गया था। जनरल सर्जरी विभाग के प्रमुख शिव प्रसाद दास ने बताया कि पांच सदस्यीय शल्य चिकित्सकों के दल ने किशोर की लगभग पांच घंटे सर्जरी करके छड़ निकाली।
शल्य चिकित्सकों के दल का नेतृत्व करने वाले संस्थान के एसोसिएट प्रोफेसर आई गोपाल ने कहा कि मरीज के शरीर के अन्य हिस्सों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना लोहे की छड़ को हटाना एक महत्वपूर्ण सर्जरी थी। उन्होंने कहा, ‘‘मरीज की हालत ठीक है। वह इलाज और निगरानी के लिए कुछ दिनों तक अस्पताल में रहेगा।’’
यह घटना उस हुई थी, जब किशोर कथित तौर पर एक स्कूल की इमारत से क्षतिग्रस्त एसबेस्टस हटा रहा था। छत गिरने के बाद जब किशोर गिरा, तो उक्त छड़ उसके मलद्वार में घुस गई। उक्त छड़ को एक कमरे के अंदर एक अन्य मजदूर ने पकड़ रखा था। किशोर को तत्काल अनुमंडलीय अस्पताल, बालीगुडा ले जाया गया और बाद में यहां के मेडिकल कॉलेज और अस्पताल लाया गया।
इस बीच, मानवाधिकार कार्यकर्ता रवींद्र कुमार मिश्रा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) से अपील की कि वह कार्यकारी एजेंसी और ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे, जिसने कथित तौर पर किशोर को खतरनाक काम में रखा था। उन्होंने आयोग से पीड़ित को मुआवजा प्रदान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने का आग्रह भी किया।