यूं ही 'महाराज' नहीं कहलाते ज्योतिरादित्य सिंधिया, पैर छूने और माला पहनाने के लिए लोग लगाते हैं लाइन, देखें Viral Video
By पल्लवी कुमारी | Published: March 12, 2020 04:00 PM2020-03-12T16:00:37+5:302020-03-12T16:00:37+5:30
मध्य प्रदेश के सियासी तूफान के केंद्र में 49 वर्षीय ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। वह ग्वालियर के तत्कालीन शाही परिवार से आते हैं।
भापोल: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश की राजनीतिक घटनाओं को लेकर सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। हर तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया की ही चर्चा हो रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया आज (12 मार्च) बीजेपी में शामिल होने के बाद पहली बार मध्य प्रदेश गए हैं। हालांकि उनके मध्य प्रदेश पहुंचने की तस्वीरें और वीडियो अभी तक (खबर लिखे जाने तक) नहीं आई है। लेकिन सिंधिया का एमपी में किस तरह से स्वागत किया जाता है, इसका एक पुराना वीडियो टिकटॉक पर वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के सड़क पर उतरते ही लोग उनके पैर छूने और मालाएं पहनाने के लिए लाइन लगाकर खड़े हैं।
ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया को प्रदेश में 'महाराज' बुलाया जाता है। वीडियो में उनका महाराजाओं की तरह स्वागत भी होता दिख रहा है। सिंधिया जब भी आम लोगों के बीच पहुंचते हैं तो लोग उनके पैर पड़कर और आरती करके स्वागत भी करते दिख रहे हैं।
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टिकटॉक वीडियो पर दिख रहा है कि सिंधिया के सड़क पर आते हैं लोग उनको घेर लेते हैं और फूलों की माला पहनाने लगते हैं। कुछ लोग उनके पैर पड़ने लगते हैं।
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मध्य प्रदेश के सियासी तूफान के केंद्र में 49 वर्षीय ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। वह ग्वालियर के तत्कालीन शाही परिवार से आते हैं और उनके परिवार के संबंध कांग्रेस और बीजेपी दोनों से रहे हैं। सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया कांग्रेस में थे, उनकी दादी विजया राजे सिंधिया बीजेपी की संस्थापक सदस्यों में से एक थीं और उनकी बुआ यशोधरा राजे सिंधिया और वसुंधरा राजे सिंधिया बीजेपी की सक्रिय सदस्य हैं।
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मध्य प्रदेश: बीजेपी में शामिल होते ही कमलनाथ सरकार पर संकट
सिंधिया के बीजेपी में शामिल होते ही मध्य प्रदेश सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं । दोनों पार्टियों ने अपने-अपने विधायकों को राज्य की राजधानी से दूर भेज दिया है। सिंधिया के नजदीकी 22 विधायकों के इस्तीफों से मध्य प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस गिरने की कगार पर पहुंच गई है। कांग्रेस ने अपने करीब 90 विधायकों को जयपुर के पास एक रिजॉर्ट में भेज दिया, वहीं राज्य में विपक्षी दल बीजेपी ने अपने विधायकों को गुरूग्राम के एक लग्जरी होटल भेज दिया है।
इस बीच इस्तीफा देने वालों में से 19 को बेंगलुरु में एक होटल में रखा गया है। इनके इस्तीफे बीजेपी विधानसभाध्यक्ष के पास लेकर गई थी। विधायकों को जिन राज्यों में रखा गया है उनमें से राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में है जबकि हरियाणा और कर्नाटक में बीजेपी की सरकारें हैं।