महाराष्ट्र में बनी बप्पा की अनोखी मूर्ति, 7 किलो सोयाबीन के दानों का हुआ इस्तेमाल, बेहद कम खर्च में हुआ काम
By दीप्ती कुमारी | Published: September 12, 2021 02:24 PM2021-09-12T14:24:00+5:302021-09-12T14:25:45+5:30
सोशल मीडिया पर इन दिनों गणेश उत्सव को लेकर अलग ही माहौल है , जहां तरह-तरह की मूर्तियां देखने को मिल रही है । ऐसा ही एक प्रतिमा इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है ।
मुंबई : देशभर में गणेश पूजा बड़ी धूमधाम से बनाया जा रहा है । इस दौरान हर कोई अपने-अपने घरों में गणेश जी की मनमोहक और अनोखी मूर्ति स्थापित करता है । इन दिनों गणेश भगवान की एक ऐसी ही मूर्ति चर्चा में बनी हुई है , जिसे महाराष्ट्र के वाशिम जिले के कुछ किसानों ने मिलकर बनाया है । यह मूर्ति खासा चर्चा का विषय बनी हुआ है ।
गणेश उत्सव के दौरान हमें एक से बढ़कर एख मूर्तियां देखने को मिलती है लेकिन मूर्तियां बनाने में कुछ हानिकारक चीजों का भी इस्तेमाल किया जाता है, जिससे पानी में विसर्जन करने के बाद कई तरह के नुकसान हो सकते हैं । इस कारण सरकार और लोग पर्यावरण को नुकसान न हो । इस बात का ध्यान रखते हुए ऐसी मूर्तियों का निर्माण कर रहे हैं । अब एक ऐसी ही सोयाबीन दानों की इको-फ्रेंडली मूर्ति बनाई गई है । इसमें थर्मोकोल का इस्तेमाल नहीं किया गया है ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बप्पा की इस अनोखी मूर्ति को बनाने में सात किलो सोयाबीन के दानों का इस्तेमाल किया गया है । इसे बनाने के लिए सात किसानों ने एक-एक किलो सोयाबीन जमा किया था । इसे तैयार करने में 16 दिन का समय लगा है ।
बेहद कम खर्चे में बनी मूर्ति
जानकारी के अनुसार, गणेश जी की इको-फ्रेंडली सोयाबीन की मूर्ति को बनाने में करीब 900 रुपए का खर्च आया है । इसमें लगे सोयाबीन की कीमत करीब 400 रुपए थी । वहीं सोयाबीन के दानों को चिपकाने के लिए सौ रुपए का फेविकोल इस्तेमाल किया गया है । कुल मिलाकर इस मूर्ति को बनाने में नौ सो रुपए खर्च हुए हैं । मूर्ति का वजन लगभग 35 किलो बताया जा रहा है । इसे वासिम के एक गांव में स्थापित किया गया है, जहां लोगों को यह अनोखा प्रयोग काफी पसंद आ रहा है । सोशल मीडिया पर यह तस्वीर काफी वायरल हो रही है ।