दिल्ली हिंसा: कपिल मिश्रा की फोटो शेयर कर अलका लांबा ने लिखा, बस्ती भी जलानी है, मातम भी मनाना है...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 1, 2020 09:09 AM2020-03-01T09:09:41+5:302020-03-01T09:09:41+5:30
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अलका लांबा (कांग्रेस) और कपिल मिश्रा (बीजेपी) दोनों को हार का सामना करना पड़ा.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में 42 लोगों की मौत हुई है जबकि 200 लोग घायल हुए हैं। हालात अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। 29 फरवरी को दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा शांति मार्च में शामिल हुए। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने जंतर-मंतर में कपिल मिश्रा के शांति-मार्च में शामिल होने पर तंज कसा है। अलका लांबा ने ट्वीट किया, इस दौर ए सियासत का इतना सा फ़साना है, बस्ती भी जलानी है, मातम भी मनाना है।
इस दौर ए सियासत का
— Alka Lamba - अलका लाम्बा🇮🇳 (@LambaAlka) March 1, 2020
इतना सा फ़साना है,
बस्ती भी जलानी है,
मातम भी मनाना है ।#Delhihttps://t.co/5S89zv9bZN
दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के आरंभ से ही कपिल मिश्रा लगातार सुर्खियों में चल रहे हैं। कपिल मिश्रा दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान भी विवादित भाषणों के चलते चर्चा में रहे थे। चुनाव आयोग ने कपिल मिश्रा पर 48 घंटे का प्रतिबंध भी लगाया था। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को मॉडल टाउन से हार का सामना करना पड़ा। ‘गोली मारो...’ का नारा और ‘हिंदुस्तान बनाम पाकिस्तान’ संबंधी बयान देने वाले मिश्रा को आम आदमी पार्टी के निवर्तमान विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी ने पराजित किया। दिल्ली चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी को मिली बंपर जीत के बाद पार्टी नेताओं ने कहा कि दिल्ली की जनता ने भड़काऊ भाषण देने वालों को खारिज कर दिया है।
हार के बावजूद कपिल मिश्रा लगातार ट्विटर पर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और शाहीन बाग के मुद्दे पर ट्वीट करते रहे। इस बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर खुद उन्होंने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें वह दिल्ली पुलिस को अल्टीमेटम देते नजर आए। दिल्ली में भड़की हिंसा को लेकर विपक्षी दलों ने लगातार कपिल मिश्रा पर आरोप लगाया कि उन्होंने भड़काऊ भाषण दिए।
इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में हिंसा से जुड़ी एक सुनवाई के दौरान जस्टिस एस मुरलीधर की बेंच ने कोर्ट रूम में कपिल मिश्रा के वीडियो भी चलाए और दिल्ली पुलिस को कार्रवाई करने के लिए कहा भी। इस मामले में कपिल मिश्रा पर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कपिल मिश्रा ने संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन को उत्तर पूर्वी दिल्ली की हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया है।