वैज्ञानिकों को मिला धरती के सबसे करीब का ब्लैक होल, सूरज से है 10 गुणा बड़ा
By विनीत कुमार | Published: November 6, 2022 07:46 AM2022-11-06T07:46:37+5:302022-11-06T07:48:34+5:30
वैज्ञानिकों ने पहली बार आकाशगंगा में ब्लैकहोल के बारे में पता लगाया है। पृथ्वी के सबसे नजदीक मिला ब्लैक होल सूर्य की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक विशाल है।
नई दिल्ली: वैज्ञानिकों ने धरती के सबसे करीब के ब्लैक होल के बारे में पता लगाया है। अंतरिक्ष में सबसे रहस्यमयी माना जाने वाला ब्लैक होल ऐसी संरचना है जो अपने मजबूत गुरुत्वाकर्षण की वजह से प्रकाश को भी अपनी तरफ खींच लेता है। धरती के सबसे करीब मिला ब्लैक होल मिल्की वे यानी आकाशगंगा में ही मौजूद है।
यह पहली बार है जब आकाशगंगा में ब्लैकहोल के बारे में वैज्ञानिकों ने पता लगाया है। इसका वजन सूर्य के द्रव्यमान से लगभग पांच से 100 गुना अधिक है। रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी के मासिक नोटिस में इस संबंध में हुई खोज को प्रकाशित किया गया है। धरती के सबसे करीब मिले नए ब्लैक होल को Gaia BH1 नाम दिया गया है।
धरती से बस 1600 प्रकाश वर्ष दूर है ब्लैक होल
पृथ्वी के सबसे नजदीक मिला ब्लैक होल सूर्य की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक विशाल है और करीब 1600 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। ऐसे में यह ब्लैक होल इससे पूर्व मिले धरती के सबसे पास मिले 'एक्स-रे बाइनरी' से करीब तीन गुणा कम दूरी पर है। ऐसी संभावना है कि आकाश गंगा में ही 10 करोड़ ब्लैक होल हो सकते हैं। इनमें ये ज्ञात ये पहला ब्लैक होल है।
इंटरनेशनल जेमिनि ऑब्जर्वेट्री के ट्विन टेलिस्कोप में से एक जेमिनि नॉर्थ टेलिस्कोप के जरिए खगोल वैज्ञानिकों ने धरती के करीब मिले नए ब्लैक होल का चक्कर काट रहे सूरज जैसे एक तारे का भी पता लगाया। इस तारे की दूसरी लगभग उतनी ही है जितनी धरती की सूरज से है।
इस खोज से जुड़े टीम के सदस्य खगोल भौतिकीविद् करीम अल-बद्री ने बताया, 'आप उदाहरण के लिए सौर मंडल को लें, जहां सूरज हैं वहां एक ब्लैक होल को रख दें और जहां हमारी धरती है, वहां सू्र्य को रख दें। फिर आपको बात समझ आ जाएगी। इस तरह के सिस्टम को लेकर पहले भी कई दावे हुए हैं लेकिन इन सभी का बाद में खोजों का बाद खंडन किया गया है। यह हमारी आकाशगंगा में पहली बार ब्लैक होल के चारों ओर एक विस्तृत कक्षा में सूर्य जैसे तारे के चक्कर काटने की बात सामने आई है।'