तेज प्रताप यादव का भोजपुरी नारा, "बिहारी नौजवान कर रहल बा विचार, बताईं नीतीश कुमार कहाँ बा रोजगार"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 23, 2020 06:15 PM2020-02-23T18:15:01+5:302020-02-23T18:16:49+5:30
बेरोजगारी हटाओ यात्रा के मौके पर तेज प्रताप यादव ने कहा है कि अपने अर्जुन को साथ लेकर प्रस्थान कर चुका हूं. तेज प्रताप यादव छोटे भाई तेजस्वी यादव को अपना अर्जुन बताते रहे हैं।
बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने रविवार (23 फरवरी) को बिहार में 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' शुरू किया है। इस यात्रा की शुरुआत से पहले राजधानी पटना के वेटिनरी कॉलेज में लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव एक साथ पहुंचे। इसकी जानकारी खुद तेज प्रताप यादव ने ट्वीट के जरिए दी है। बेरोजगारी को लेकर बिहार सरकार पर तंज कसते हुए तेज प्रताप यादव ने भोजपुरी में नारा दिया है।
बिहारी नौजवान कर रहल बाऽ विचार, बताईं नीतीश कुमार कहाँ बाऽ रोजगार..।#BerozgariHataoYatrapic.twitter.com/lBt9WqQd93
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) February 23, 2020
इससे पहले पटना की सड़कों पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' के खिलाफ पोस्टर लगे। पोस्टर में लिखा हुआ, 'हाईटेक बस तैयार, अति पिछड़ा शिकार'। तंज करते हुए इसे आर्थिक उगाही यात्रा बताया जा रहा है।
Bihar: Posters against RJD leader Tejashwi Yadav led 'Berozgari Hatao Yatra', seen in Patna. The 'yatra' will begin today. pic.twitter.com/YAKPZmZcwo
— ANI (@ANI) February 23, 2020
बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाला है। सत्तारूढ़ एनडीए ने नीतीश कुमार को अपना चेहरे बनाया है। एनडीए में जनता दल यूनाइटेड (JDU), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और लोकजनशक्ति पार्टी (LJP) शामिल है। वहीं दूसरी और महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस का एक साथ चुनाव लड़ना तय है।
विधानसभा चुनाव 2015 में नीतीश कुमार ने महागठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ा था। आरजेडी ने 80, जेडीयू ने 71 और कांग्रेस ने 27 सीटों पर जीत हासिल की थी। बीजेपी ने 53 सीटों पर जीत हासिल की थी। नीतीश कुमार सरकार में तेजस्वी यादव को उप मुख्यमंत्री पद मिला और तेज प्रताप यादव स्वास्थ्य मंत्री बने थे। महागठबंधन की सरकार 2017 में बिखर गई। इसके बाद नीतीश कुमार चार साल बाद दोबारा एनडीए में शामिल हो गए।