कर्नाटक के मंदिर में भाग्यशाली नारियल की हुई नीलामी, फल विक्रेता ने 6.5 लाख में खरीदा, इसके पीछे बताई ये वजह
By दीप्ती कुमारी | Published: September 12, 2021 04:07 PM2021-09-12T16:07:37+5:302021-09-12T16:09:54+5:30
कर्नाटक के एक मंदिर में श्री बीलिंगेश्वर मेले के दौरान श्रावण के अंतिम दिन मंदिर समिति द्वारा एक नारियल की बोली लगाई गई , जिसकी कीमत 6.5 लाख तक लगाई गई ।
कर्नाटक : भक्ति और विश्वास की कोई सीमा नहीं है । एक ऐसा है मामला कर्नाटक के बगलकोट जिले के जमखंडी नामके कस्बे के पास चिक्कालकी गांव में स्थित मंदिर का है । यहां एक व्यक्ति ने भाग्यशाली नारियल के लिए 6.5 लाख की बोली लगाकर उसे खरीद लिया । नारियल को खरीदने वाला विजयपुरा जिले के टिक्कोटा गांव का रहने वाला फल विक्रेता है । इस नारियल को दिव्य माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि जो भी इसे प्राप्त करता है उसके लिए यह सौभाग्य लाता है ।
द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, श्री बीलिंगेश्वर मेले के हिस्से के रूप में श्रावण के अंतिम दिन मंदिर समिति द्वारा नारियल की नीलामी की गई थी जबकि नीलामी में कई भक्तों की भागीदारी देखी गई । कोई भी विजयपुरा जिले के एक फल विक्रेता महावीर हराके द्वारा लगाई गई बोली जितनी बोली किसी ने नहीं लगाई । भगवान मलिंगराय को शिव के नंदी का एक रूप माना जाता है और उनके पास रखा यह नारियल उनके भक्तों के लिए सबसे अधिक मांग वाला है । नारियल को दिव्य माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि जो भी इसे प्राप्त करता है उसके लिए यह सौभाग्य लाता है । इसी के साथ मंदिर समिति ने कहा कि नारियल की बोली से अर्जित धन का उपयोग मंदिर के विकास और अन्य धार्मिक कार्यों में किया जाएगा ।
इस साल विजेता बोली लगाने वाले महावीर ने कहा कि उनके निर्णय को पागल और अंध विश्वास कहा जा सकता है लेकिन यह उनके लिए भक्ति और विश्वास का मामला था । उन्होंने इसके विश्वास के पीछे के कारण को भी साझा किया और कहा कि जब वह गंभीर स्वास्थ्य और व्यापार हानि से पीड़ित थे, तो उन्होंने भगवान से प्रार्थना की और उनके लिए कुछ ही महीनों में सबकुछ बदल गया । महावीर ने कहा कि वह नारियल को अपने घर में रखेंगे और रोज उसकी पूजा करेंगे ।