मुदुरै चिथिरई उत्सव: हर साल 94 वर्षीय नटराजन ऐसे ही भक्तों के लिए हिलाते हैं पंखा, 69 सालों से दे रहे हैं सेवा, देखें वीडियो
By आजाद खान | Published: April 30, 2023 02:47 PM2023-04-30T14:47:57+5:302023-04-30T15:08:55+5:30
तमिलनाडु के मुदुरै में चिथिरई उत्सव में आए 94 साल के नटराजन पिछले 69 साल से यहां आते और लोगों की सेवा करते है। वे पिछले कई सालों से उत्सव में आए लोगों के लिए पंखा हिलाने का काम करते है।
चेन्नई: मिलनाडु के मुदुरै में चिथिरई उत्सव बड़े ही धूम-धाम से मनाया जा रहा है। इस उत्सव में एक खास नजारा देखने को मिला है। उत्सव के दौरान एक 69 साल के बुजुर्ग को लोगों को पंखे डोलाते हुए देखा गया है। दावा है इस उत्सव में यह बुजुर्ग पिछले कई सालों से इस उत्सव में आता है और इसी तरीके से लोगों को बड़े पंखे से हवा खिलाते आ रहा है।
इस 94 साल के बुजुर्ग का नाम नटराजन है और वह लोगों को गर्मी से राहत देने के लिए इसी तरीके से बड़े पंखे को डोलाता है। नटराजन की यह सेवा देख लोगों ने उन्हें पैसे भी दिए जिसे उन्हें स्वीकार करते और उसे लेकर उन्हें रखते हुए भी देखा गया है।
क्या दिखा वीडियो
न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस वीडियो को शेयर किया है जिसे लेकर यह कहा जा रहा है कि यह घटना मुदुरै में चिथिरई उत्सव का है। इस उत्सव में नटराजन नामक एक बुजुर्ग को देखा गया है जो वहां आए लोगों की गर्मी को दूर कर रहे है। वे एक बड़े से मोर के पंख से बने पंखे को लिए हुए है और जगह-जगह जाकर लोगों को पंखे का हवा खिला रहे है।
#WATCH | Tamil Nadu: Natarajan, a 94-year-old man, uses peacock feathers to fan devotees coming to the Chithirai festival in Madurai. He says that has been doing this for the past 69 years to offer the devotees some respite from the heat. pic.twitter.com/33zxyLCarY
— ANI (@ANI) April 30, 2023
यही नहीं उन्हें पंखे डोलाती समय उत्सव में आए लोगों के साथ मिलते और बात करते हुए भी देखा गया है। उत्सव के दौरान नटराजन को अपने बैग से कुछ निकालकर लोगों में बांटते हुए भी देखा गया है। उनकी इस सेवा को देख लोगों ने उन्हें पैसे भी दिए है जिसमें से कुछ लोगों के पैसे उन्होंने लिए है और कुछ लोगों के तरह देखे नहीं है।
क्या है मुदुरै चिथिरई उत्सव
मुदुरै चिथिरई उत्सव एक ऐसा उत्सव है जिसका आयोजन हर साल होता है और इस उत्सव को लेकर लोगों का यह मानना है कि इसमें भगवान अलगर रामाराया मंडपम आते हैं। भगवान के आने के बाद तीर्थवारी कार्यक्रम शुरू होता है और इस उत्सव में भक्त एक माह तक उपवास भी करते है। यही नहीं इस दौरान देवी-देवताओं की झांकियां भी निकाली जाती है।
उत्सव के दौरान भक्त अपने कंधे पर पानी और लेकर आते है और उनके साथ एक बैग भी होता है। अपने कंधे पर लाए पानी को भक्त तीर्थवारी के दौरान भगवान अलगर भी छिड़कते है। मुदुरै के लोगों के लिए चिथिरई उत्सव काफी खास है, यही कारण है कि जिले के लिए पांच मई को छुट्टी की घोषणा की गई है।