मध्यप्रदेश के इंदौर में अजब-गजब घटनाक्रम के दौरान एक घर में चल रहा मातम उस वक्त खुशियों में बदल गया, जब परिजनों द्वारा मृत मान लिए गए 70 वर्षीय व्यक्ति की सांसें अंतिम संस्कार की तैयारियों के बीच ऐन वक्त पर लौट आईं। इस व्यक्ति के बेटे ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। स्थानीय नागरिक संजय वेद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उनके पिता माखनलाल वेद (70) को एक नवंबर को ब्रेन हेमरेज के कारण शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया, ‘‘अस्पताल में मेरे पिता का ऑपरेशन हुआ। ऑपरेशन सफल रहा, लेकिन कुछ वक्त बाद उनकी हालत फिर बिगड़ गई और उन्हें जीवन रक्षक तंत्र पर रखा गया। लम्बे समय तक हालत में कोई भी सुधार नहीं होने पर हमने उन्हें अस्पताल से घर लाने का फैसला किया।’’ वेद के मुताबिक उनके पिता को अस्पताल के जीवन रक्षक तंत्र से हटाए जाने के बाद बृहस्पतिवार को परिजनों को लगा कि उन्होंने सांस लेना बंद कर दिया है और उनका निधन हो चुका है।
उन्होंने बताया, ‘‘मैंने अपने पिता के निधन का संदेश शव यात्रा के कार्यक्रम के साथ सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया था। अंतिम संस्कार का सामान लाया जा चुका था। मेरे सगे-संबंधी और परिचित अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मेरे घर जुटने लगे थे।’’ बहरहाल, वेद ने कहा, ‘‘जैसे ही मेरे पिता को घर लाया गया, आधे घंटे के भीतर उनकी सांसें धीरे-धीरे दोबारा चलने लगीं। यह ईश्वर का चमत्कार ही है।’’ उन्होंने बताया कि उनके पिता फिलहाल घर में ही हैं और कभी धीरे, तो कभी तेज सांसें ले रहे हैं। वेद ने कहा, ‘‘हम ईश्वर से मेरे पिता के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि उनके पिता की सांसें लौटने के बाद सोशल मीडिया पर नया संदेश प्रसारित करके उनकी खैरियत की जानकारी दी गई। इसमें कहा गया,‘‘बाबा महाकाल की कृपा से पुन: सांसें आने से श्री माखनलाल वेद अब स्वस्थ हैं।