अमेरिका में सेक्स कन्वेंशन में शामिल होने के बाद करीब 41 लोग हुए कोरोना पॉजिटिव, जानें आयोजकों ने क्या कहा
By अनुराग आनंद | Published: December 4, 2020 01:20 PM2020-12-04T13:20:40+5:302020-12-04T13:28:28+5:30
अमेरिका में नवंबर के मध्य में हुए नॉटी-इन-न-वलिंस नामक इवेंट में 250-300 लोग एकत्रित हुए थे।
नई दिल्ली: दुनिया के जिन दो देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सर्वाधिक बढ़े हैं, वह दो देश अमेरिका और भारत है। द गार्डियन के रिपोर्ट मुताबिक, न्यू ऑर्लेंस नामक जगह पर अमेरिका में स्विंगर्स कन्वेंशन सेक्शुअल प्रैक्टिस में शामिल होने के बाद कराब 41 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।
इस कार्यक्रम के जरिए कोरोना संक्रमण के मामले सामने आते ही अधिकारियों ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर के मध्य में हुए नॉटी-इन-न-वलिंस नामक इवेंट में 250-300 लोग एकत्रित हुए थे।
कोरोना महामारी की वजह से इस कार्यक्रम में कम लोग शामिल हुए
बता दें कि इस साल कोरोना महामारी की वजह से इस कार्यक्रम में कम लोग शामिल हुए। इससे पहले के सालों में इस कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल होते थेष लेकिन, इस बार महामारी की वजह से काफी कम लोग आए।
रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले साल करीब 2000 लोग शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम को आयोजित करने वाले आयोजकों ने कहा कि अगर मैं समय का पहिया पीछे घुमा सकता तो मैं यह इवेंट दोबारा नहीं कराता।
अधिकारियों ने कार्यक्रम के बाद इसमें हिस्सा लेने वाले कई दर्जन लोगों के संक्रमित पाए जाने पर कहा कि इस कार्यक्रम की वजह से भी शहर में अधिक संक्रमण के मामले सामने आए हैं। अधिकारियों ने कार्यक्रम को कोविड-19 के लिए काफी बड़ा प्रसारक बताया है।
अधिकारियों ने कार्यक्रम को कोविड-19 के लिए काफी बड़ा प्रसारक बताया
अधिकारियों ने कार्यक्रम के बाद इसमें हिस्सा लेने वाले कई दर्जन लोगों के संक्रमित पाए जाने पर कहा कि इस कार्यक्रम की वजह से भी शहर में अधिक संक्रमण के मामले सामने आए हैं। अधिकारियों ने कार्यक्रम को कोविड-19 के लिए काफी बड़ा प्रसारक बताया है।
आयोजक ने कहा कि मुझसे जो गलती हुई है, उसका मुझे अहसास है। जब तक कार्यक्रम में शामिल होने वाले व्यक्ति 100% बेहतर नहीं हो जाते तो हमारी चिंता लगी हुई है। अपने ब्लॉगपोस्ट में हैनफोर्ड ने कहा कि इस सम्मेलन के दौरान सामाजिक दूरी के नियम को लागू किया गया था, इसके साथ ही किन लोगों के संपर्क में कौन आए हैं, इन लोगों की जानकारी सुरक्षित रखी गई है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उपस्थित होने से पहले कोरोनो वायरस के लिए उपस्थित लोगों का परीक्षण किया गया था, जिनमें से 50% लोग पहले से ही एंटीबॉडी थे।