मुंबई एयरपोर्ट: 20 आवारा कुत्तों को मिला क्यूआर कोड वाला 'आधार कार्ड', स्कैन करते ही टीकाकरण समेत मिलेगी अन्य जानकारी
By आजाद खान | Published: July 16, 2023 03:12 PM2023-07-16T15:12:25+5:302023-07-16T15:28:49+5:30
गौर करने वाली बात यह है कि इस क्यूआर कोड के टैगिंग को एक पायलट परियोजना के रूप में तैयार किया गया है और इसे लगाने के बाद बीएमसी आगे देखेगा कि इस परियोजना को आगे कैसे बढ़ाया जाएगा।
मुंबई:मुंबई हवाई अड्डे के बाहर 20 आवारा कुत्तों को एक अनोखा क्यूआर कोड जारी किया गया है। इन क्यूआर कोड में इन कुत्तों की सारी जानकारी दी गई है ताकि इनका सही से देखभाल हो सके। बता दें कि इन क्यूआर कोड को कुत्तों के कॉलर से जोड़े गए है जिसमें कुत्ते का नाम, उसके एक फीडर का संपर्क विवरण और उनके टीकाकरण और नसबंदी की स्थिति जैसी जानकारियां भी शामिल है।
ऐसे में जैसे ही इन क्यूआर कोड को स्कैन किया जाएगा कुत्ते से जुड़ी सभी जानकारी वाले एक डेटाबेस तक पहुंचा जा सकता है। इन क्यूआर कोड को जारी करने के पीछे कई कारण है जैसे इनके खो जाने पर इसे खोजने में आसानी और इससे बीएमसी को आवारा कुत्तों का एक केंद्रीकृत डेटाबेस भी तैयार करने में मदद मिल सकती है।
पायलट परियोजना के तहत हुई है टैगिंग
बता दें कि इस क्यूआर कोड के टैगिंग को एक पायलट परियोजना के रूप में तैयार किया गया है और इसे लगाने के बाद बीएमसी आगे देखेगा कि इस परियोजना को आगे कैसे बढ़ाया जाएगा। यही नहीं कुत्तों में लगाए गए इस डिवाइस को 'pawfriend.in' नामक एक पहल के तहत मुंबई के सियॉन के एक इंजीनियर अक्षय रिडलान द्वारा डिजाइन किया गया है।
इस कोड को एक टीम द्वारा प्रदान किया गया है जो हर रोज इन कुतों को खिलाते है। इस प्रक्रिया के दौरान बीएमसी ने कुत्तों को टीका भी लगाया है। यह एक शानदार पहल है जो मुंबई के आवारा कुत्तों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए इसे शुरू किया गया है।
इससे बीएमसी को भी मिलेगी मदद
हर रोज 300 आवारा कुत्तों को खाने खिलाने वाली सोनिया शेलर ने इन आवारा कुत्तों को पशु चिकित्सक से टीका लगवाया था। ऐसे में इस परियोजना से इन कुत्तों के खो जाने पर इनके मालिक से मिलवाने में भी यह कोड काम आएगा। यही नहीं इससे बीएमसी को भी इन्हें टैग करने में मदद मिलेगी।