Tej Pratap Yadav का RJD के प्रदेश अध्यक्ष पर बड़ा आरोप, Jagada Nand Singh ने ही Lalu Yadav को बीमार किया
By गुणातीत ओझा | Published: February 13, 2021 09:15 PM2021-02-13T21:15:53+5:302021-02-13T21:16:34+5:30
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बडे़ बेटे तेजप्रताप यादव ने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भला-बुरा कहा है। तेजप्रताप ने जगदानंद पर कई संगीन आरोप भी लगाए और धरना देकर पार्टी कार्यालय में बैठ गए.. काफी देर तक उन्हें जलील करते रहे।
''राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद ने किया लालू यादव को बीमार''
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बडे़ बेटे तेजप्रताप यादव ने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भला-बुरा कहा है। तेजप्रताप ने जगदानंद पर कई संगीन आरोप भी लगाए और धरना देकर पार्टी कार्यालय में बैठ गए.. काफी देर तक उन्हें जलील करते रहे। तेज प्रताप ने कहा लालू यादव की जो आज हालत बनी हुई है, वह इन जैसे नेताओं की ही वजह से है। इन लोगों ने पार्टी को बर्बाद कर दिया है और आप तानाशाही पर उतारू हैं। तेजप्रताप ने कहा प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह सरीखे लोग पार्टी का नुकसान कर रहे हैं। वह इस बात से नाराज थे कि जगदा बाबू उन्हें रिसीव करने बाहर क्यों नहीं आये?
तेजप्रताप यहीं चुप नहीं हुए उन्होंने आगे कहा कि जगदानंद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर हैं, लेकिन उनसे मिलने के लिए विधायकों को अपॉइंटमेंट लेटर दिया जाता है, तब भी नहीं मिलते हैं। 1 घंटे से कार्यालय में आकर हम बैठे हुए हैं, लेकिन हम से भी कोई नहीं मिलने आया है। लालू यादव की रिहाई के लिए जारी अभियान आजादी पत्र को लेकर भी तेजप्रता ने कहा की जगदानंद सिंह ने उस पत्र पर राजद के किसी बडे़ नेता को लिखने नहीं दिया।
मीडिया के सामने तेजप्रताप ने कहा कि उनसे पूछिये क्यों नहीं लिखा है आजादी पत्र? “जगदानंद सिंह यहां बैठे हुए हैं और उनका कमरा बंद है। अभी तक जगदानंद सिंह ने आजाद पत्र नहीं लिखा है। जाकर उनसे पूछिये क्यों नहीं लिखा है आजादी पत्र?” तेजप्रताप के इशारे पर उनके सहयोगी ने मीडिया से आगे की बात जारी रखी और कहा “हम पांच-पांच बार पार्टी ऑफिस में आये। हमको कहा गया कि पर्ची देकर प्रदेश अध्यक्ष से मिलिये। हम 1989 से लालू जी के साथ हैं। हम पर्ची देकर प्रदेश अध्यक्ष से मिलेंगे?” इसके बाद तेजप्रताप यादव ने खुद बोलना शुरू किया। उन्होंने कहा कि जब पिता जी थे तो यही लोग उन्हें पूरी तरह से घेरे रहते थे। यहां जगदानंद का रूल नहीं चलेगा। राजद के कार्यालय में कोई भी आ सकता है। "पहले रामचंद्र पूर्वे प्रदेश अध्यक्ष थे। वे बहुत ठीक थे। मैं पार्टी के कार्यालय में आता था तो वे मेरा स्वागत करने बाहर आते थे। अब देखिये मैं पार्टी का माननीय विधायक हूं। हसनपुर का विधायक हूं। मुझे रिसीव करने जगदानंद सिंह बाहर क्यों नहीं निकले?
जब जगदानंद से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा मुझसे कोई नाराज हो ही नहीं सकता। मैं तो समझ ही नहीं पा रहा हूं कि आप लोग क्या बोल रहे हैं। तेजप्रताप से बात हो जायेगी। आप लोग परेशान मत होइये। पहले भी तेज प्रताप यादव और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बीच में तकरार की खबरें सामने आती रही हैं। जिसे हर बार सामने आने के बाद तेजस्वी यादव या फिर खुद लालू यादव सुलझा लेते थे।