googleNewsNext

Sonam Wangchuk ने भारतीय जवानों के लिए बनाया अनोखा मिलिट्री टेंट, ठंडे इलाकों में मिलेगी काफी मदद

By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: February 22, 2021 02:42 PM2021-02-22T14:42:34+5:302021-02-22T14:45:11+5:30

आमिर खान की फिल्म थ्री इडियट्स का फेमस डायलॉग कामयाब होने के लिए नहीं काबिल होने के लिए पढो ये तो आपको याद ही होगा. फिल्म में आमिर ने फुंशुक बांगडू का किरदार निभाया था। फुंशुक बांगडू का किरदार असल में लद्दाख के  इंजीनियर, शिक्षा सुधारक, आविष्कारक और समाज सेवी सोनम वांगचुक से इंस्पायर्ड था.

 

वही अब सोनम वांगचुक ने एक ऐसा काम कर दिखाया है जो वाकिये में तारीफे काबिल है. दरअसल लद्दाख की गलवान वैली से कुछ अच्छी तस्वीरें सामने आई हैं. यहां  सोनम वांगचुक ने लद्दाख की खून जमा देनेवाली सर्दी में तैनात जवानों के लिए एक ऐसा टेंट तैयार किया है, जो बिना लकड़ी, किरोसीन के केवल सूरज की गर्मी से ही काफी गर्म रहता है.

 

दस जवानों के रहने लायक इस टेंट के अंदर का तापमान 20 डिग्री तब रहता है, जब बाहर का तापमान माइनस 20 डिग्री हो.  ये एक ऐसा सोलर हीटिड मिलिट्री टेंट है जिसका फायदा सर्दी में तैनात हमारे जवानों को मिलेगा. लद्दाख के सियाचिन इलाके में सैनिकों को ठंड से बचने के लिए भारी कपड़े और जूते पहनने पड़ते हैं. साथ ही ठंड से बचाने के लिए मिट्टी का तेल और लकड़ी जला कर गर्मी पैदा करनी पड़ती है क्योंकि इन इलाकों का तापमान माइनस तीस डिग्री तक चला जाता है. ऐसे में सोनम वांगचुक का आविष्कार देश के जवानों के लिए बेहद काम आएगा. 

 

 उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर अपने इस नए आविष्कार की कुछ तस्वीरें शेयर की है. इसमें वह एक खास किस्म के मिलिट्री टेंट के बारे में बता रहे हैं, जो माइनस तापमान में भी अंदर से गर्म रहता है. सोनम ने इसे ‘सोलर हीटेड मिलिट्री टेंट’ नाम दिया है.

 

सोनम ने ट्वीट करते हुए बताया कि रात के 10 बजे जहां बाहर का तापमान -14°C था, टेंट के भीतर का तापमान +15°C था, यानी टेंट के बाहर के तापमान से टेंट के भीतर का तापमान 29°C ज्यादा था. इस टेंट के अंदर भारतीय सेना के जवानों को लद्दाख की सर्द रातें गुजारने में काफी आसानी होगी. इस सोलर हीटेड मिलिट्री टेंट की खासियत यह है कि यह सौर ऊर्जा की मदद से काम करता है.

 

लद्दाख में 24 घंटे बिजली रहना मुश्किल है।इसलिए यहां तैनात सेना के जवान ठंड दूर करने के लिए डीजल, मिट्‌टी के तेल से लकड़ी जलाते हैं.  ये उनके लिए काफी नुकसानदेह भी रहता है. इस टेंट में हीटर लगा हुआ है। ये हीटर सोलर एनर्जी से गर्म होगा। सोलर एनर्जी को स्टोर करने की क्षमता भी है। एक टेंट में 10 जवान रह सकते हैं. इसका वजन 30 किलो से भी कम है।

सोनम वांगचुक के इस आविष्कार को देखकर बिजनेस मैन आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि सोनम तुम गजब आदमी हो! आपको सलाम। आपका काम ऊर्जावान कर रहा है. वही इसके बाद कई और सेलेबस के अलावा सोशल मीडिया पर भी लोग सोनम वांगचुक के इस आविष्कार के लिए उनकी जमकर सराहना कर रहे हैं

बता दें कि 12 हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर मौजूद गलवान वैली वही जगह है, जहां पिछले साल जून में चीन और भारत के जवानों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. गलवान वैली लद्दाख का वो हिस्सा है जहां सर्दियों में पारा खून जमाने के स्तर तक गिर जाता है, लेकिन देश की सुरक्षा के लिए इस विपरीत ​परिस्थिति में भी भारतीय सेना के जवान वहां भी सरहद की सुरक्षा के लिए दिन-रात वहां तैनात रहते हैं.

टॅग्स :लद्दाखLadakh