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JNU हिंसा का जानें पूरा सच, कैसे घुसे कैंपस में नकाबपोश लोग, देखें वीडियो

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 6, 2020 11:47 PM2020-01-06T23:47:44+5:302020-01-06T23:47:44+5:30

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) एक बार फिर सुर्खियों में है. रविवार (5 जनवरी) को JNU के साबरमती हॉस्टल में जमकर हिंसा हुई है. साबरमती हॉस्टल के फ्रंट गेट के पर शीशों के टुकड़े बिखरे पड़े हुए हैं. साबरमती छात्रावास में रहने वाली एक छात्रा ने दिल दहला देने वाली मंजर की कहानी सुनाते हुए कहा कि पहली बार जेएनयू की लड़कियों पर हमला हुआ है. रविवार शाम जब छात्रावास पर हमला हुआ तो ग्राउंड फ्लोर से लड़कियों की चीखने की आवाजें आ रही थीं. जेएनयू में हिंसा की शुरुआत शनिवार को हुई थी. जेएनयू छात्रसंघ महासचिव सतीश चंद्र ने दावा किया कि JNU के कुछ प्रोफेसरों ने आरएसएस की छात्र ईकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) को जेएनयूएसयू के खिलाफ उकसाया जिसके चलते व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई. सतीश कहते हैं, शनिवार को एक प्रशासन से एक बैठक के दौरान उन पर एबीवीपी से जुड़े लोगों ने हमला कर दिया और उनके चेहरे पर भी वार किया. इस हमले के विरोध में रविवार को जेएनयू के छात्रों द्वारा कैंपस में शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन के साथ एक बैठक प्रस्तावित थी. जब जेएनयू के छात्र साबरमती हॉस्टल के नजदीक चौराहे पर जमा हो रहे थे तभी एबीवीपी के लोगों ने अचानक रॉड-डंडे-पत्थर से हमला कर दिया. हमले के दौरान लड़कियों को भी नहीं बख्शा गया. जेएनयू के छात्रों का दावा है कि नकाब पहने लोग कैंपस में घुसे और जमकर उत्पात मचाया. यहां के छात्र दिल्ली पुलिस से बेहद नाराज हैं. छात्रों का कहना है कि रविवार रात नकाब पहने लोग जब हमला कर रहे थे तो पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी.

टॅग्स :जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू)Jawaharlal Nehru University (JNU)