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Bihar Exit Poll: त्रिशंकु विधानसभा की आशंका, कांग्रेस में टूट के डर से पटना पहुंचे सुरजेवाला

By अनुराग आनंद | Published: November 9, 2020 12:47 PM2020-11-09T12:47:08+5:302020-11-09T12:49:19+5:30

बिहार विधानसभा चुनाव के लगभग सभी एग्जिट पोल में महागठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है। ऐसे में एनडीए खेमे में बेचैनी होना स्वाभाविक है। हालांकि यह अनुमान 10 तारीख को होने वाले मतगणना में कितना बदलता है इस बात पर सभी के निगाहें टिकी हुई हैं। लेकिन, विधानसभा चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल अनुमानों ने राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन की बढ़त से एनडीए खेमे की चिंता बढ़ा दी है।

असल नतीजे 10 नवंबर को आएंगे. हालांकि, तब तक राजनीतिक दलों में पर्दे के पीछे भावी संभावनाओं को तलाशने का काम होगा.एग्जिट पोल अनुमानों को देखते हुए स्पष्ट जनादेश आने का अनुमान है। लेकिन अगर मुकाबला बराबरी पर रहा तब जोड़-तोड़ की संभावना बनेगी।इसलिए अगले दो दिन अपने अपने तंत्र से अनुमानों का अध्ययन कर सम्पर्क संवाद के रहेंगे।

ऐसे में त्रिशंकु विधानसभा की आशंका के बीच कांग्रेस को अपने विधायकों के टूट का डर सताने लगा है।  एनडीए खेमे से अपने विधायकों को बचाने के लिए रणदीप सिंह सुरजेवाला पटना पहुंच गए हैं। बता दें कि एग्जिट पोल के बाद सियासी गहमागहमी तेज हो गई है। 

एग्जिट पोल में महागठबंधन को बहुमत मिलने के आसार को देखते हुए कांग्रेस के खेमे में उत्साह बढ़ गया है। दूसरी तरफ अपने विधायकों के टूटने का डर भी दिख रहा है। बिहार चुनाव परिणाम से पहले ही कांग्रेस को अपने विधायकों के टूटने का डर सताने लगा हैं। जीत से पहले ही कांग्रेस को अपने विधायकों के टूटने का डर सताने लगा हैं।

इसको लेकर ऑब्जर्वर नियुक्त कर दिया है। सोनिया गांधी ने विधायकों के टूट रोकने के लिए रणदीप सुरजेवाला और अविनाश पांडेय को ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है दोनों पटना भी पहुंच गए। दोनों महागठबंधन की सरकार बनाने तक बिहार में ही कैंप करेंगे।

महागठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी बिहार विधानसभा का चुनाव 70 सीटों पर लड़ी है। इसके साथ ही वाल्मीकिनगर लोकसभा उप चुनाव में भी अपना उम्मीदवार उतारा है। 10 नवंबर को रिजल्ट आएगा को स्पष्ट होगा की कांग्रेस के कितने विधायक चुनाव जीत रहे हैं। 

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