BSP News: जनता में नहीं सोशल मीडिया पर सक्रिय हुए आकाश आनंद!, युवाओं से कमर कस लेने की मायावती की अपील
By राजेंद्र कुमार | Published: December 12, 2023 05:46 PM2023-12-12T17:46:35+5:302023-12-12T17:48:46+5:30
UP Politics News: छह वर्षों में पहली बार पार्टी मुखिया मायावती के बिना पार्टी मुख्यालय में बसपा के संस्थापक कांशीराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे.
UP Politics News: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती के उत्तराधिकारी बनाए गए आकाश आनंद ने मंगलवार को अपने राजनीतिक दायित्व को निभाने की शुरुआत की. जिसके चलते छह वर्षों में पहली बार वह पार्टी मुखिया मायावती के बिना पार्टी मुख्यालय में बसपा के संस्थापक कांशीराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे.
फिर उन्होंने कांशीराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बसपा के के मिशन को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया. फिर अपने इस संकल्प को उन्होंने विस्तार के लिपिबद्ध कर सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया. इसमें उन्होंने सामाजिक न्याय की विचारधारा को आगे बढ़ाने का संकल्प लेने के साथ ही युवाओं कमर कस लेने की अपील की है. अपनी इस पोस्ट में आकाश ने बसपा को एक मिशन बताते हुए इसे देश के कोने-कोने में पहुंचाने की प्रतिबद्धता जताई है.
आकाश की पहली अपील :
आकाश आनंद को मायावती ने गत रविवार को अपना उत्तराधिकारी घोषित करते हुए कहा था कि आकाश उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के छोड़कर देश के अन्य राज्यों में पार्टी संगठन को मजबूत करने में जुटेंगे. आकाश बीते छह वर्षो से मायावती के सहायक के तौर पर पार्टी में कार्यकर रहे थे.
हालांकि उन्हें मायावती ने उन्हे पार्टी का नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया हुआ था, लेकिन मायावती की सहमति के बाद ही वह कोई फैसला लेते थे. अब पहली बार आकाश ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी फोटो और विस्तृत अपील पोस्ट ही है. इसमें उन्होने कहा है कि बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर और मान्यवर कांशीराम साहेब जी की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए,
देश में दलित शोषित, वंचित समाज के विकास के लिए आदरणीय मायावती जी ने जो मुझे अहम जिम्मेदारी सौंपी हैं मैं उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाऊंगा. बहुजन समाज पार्टी एक मिशन है और इस मिशन को हमें देश के कोने-कोने तक पहुंचाना है.
मैं सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का दिल से आभार व्यक्त करता हूं. इस सफर में आप सभी युवा साथियों का साथ बेहद जरूरी है. आपके साथ जुड़ना चाहता हूं, आपके साथ चलना चाहता हूं, क्योंकि सामाजिक न्याय की ये लड़ाई बहुत लंबी है, कमर कस लीजिए. जय भीम, जय भारत.
आकाश की अपील के निहितार्थ :
मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने यह अपील क्यों की? इसे लेकर यूपी की राजनीति के जानकार तमाम तरह हे गुणा गणित करने में जुट गए हैं. इन लोगों का कहना है कि रविवार को मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर बड़ा सियासी दांव चला था.
उन्होंने आकाश को अपना उत्तराधिकारी बताते हुए उन्हे पार्टी के गिरते सियासी जनाधार को आगे बढ़ाने और युवाओं को पार्टी के साथ जोड़ने की बड़ी ज़िम्मेदारी दी थी. उसी क्रम में अब आकाश आनंद की ब्रांडिंग की जाने लगी है, जिसके चलते ही मंगलवार को आकाश आनंद की अपील जारी की गई, ताकि बहुजन समाज को बताया जा सके कि उनका युवा नेता अब राजनीति में स्वतंत्र रूप से सक्रिय हो गया है.
अभी वह सोशल मीडिया के प्लेटफार्म से अपने विचार बता रहा है और जल्दी ही वह बहुजन समाज के दुख दर्द जानने के लिए उनके बीच में होगा. बसपा नेताओं के अनुसार यह माना जा रहा है कि आकाश के बहुजन समाज के बीच सक्रिय होने का लाभ उन्हे और पार्टी दोनों को होगा.
जहां आकाश पार्टी में मायावती के बाद सबसे प्रमुख नेता बनेगे वहीं पार्टी से दूर जा रहे युवाओं को वह जोड़ने में सफल होंगे. इस दिशा में मंगलवार को आकाश आनंद ने पहला कदम उठाया है. आज वह सोशल मीडिया पर सक्रिय हुए हैं तो कल वह बहुजन समाज के बीच में दिखेंगे. जैसे बसपा के संस्थापक कांशीराम और मायावती दिखते थे.