लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए राजनीतिक दल अपना कुनबा बढ़ाने की कोशिशों में जुटे हैं। इसी क्रम में 18 जुलाई को NDA की बड़ी बैठक होने जा रही है। खबर थी कि सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर इस बैठक के दौरान एनडीए में शामिल हो सकते हैं। लेकिन उन्होंने अपने ताजा बयान से एक बार फिर सबको चौंका दिया है।
ओम प्रकाश राजभर ने एक समाचार चैनल के साथ बातचीत में कहा कि मेरी किसी भी राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात नहीं हुई है। सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली अभी बहुत दूर है। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि गठबंधन के लिए अभी उनकी कोई बात बीजेपी के किसी बड़े नेता से नहीं हुई है। अगर गठबंधन के किसी नेता से बात होगी तो उसकी औपचारिक औपचारिक घोषणा खुलेआम करूंगा।
इस बीच सुभासपा महासचिव अरविंद राजभर ने ट्वीट कर चल रहे कयासों पर विराम लगाया। अरविंद राजभर ने कहा, "एनडीए की होने वाली 18 जुलाई की बैठक के लिए सुभासपा को कोई आमंत्रण पत्र नहीं मिला है और न ही अभी तक बीजेपी के किसी बड़े नेता से ओम प्रकाश राजभर की कोई वार्ता हुई है। पार्टी जब भी बात करेगी तो सामाजिक न्याय के लिए और जातिगत जनगणना, समान शिक्षा,निःशुल्क स्वास्थ्य, राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा,बिजली बिल माफ़ी,पूर्वांचल राज्य, जैसे मुद्दे पर सहमति जब तक नहीं बन जाती तब तक कोई गठबंधन की कोई औपचारिक घोषणा नहीं होगी। भाजपा के मंत्रियों और नेताओं से जनता के कार्यों को लेकर मिलने का क्रम जारी रहेगा ताकि जनता के कार्य सार्थक हो सके।"
इससे पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी से दोबारा गठबंधन के सवाल पर कहा था कि हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं, किसी को मना नहीं किया जा सकता है और हमारी मांगें लोगों के हित के अनुसार हैं।
गौरतलब है कि सुभासपा प्रमुख ने 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ा और उनके समेत पार्टी के चार विधायक जीते। राजभर को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया लेकिन डेढ़ साल के भीतर ही सरकार से उनके मतभेद सामने आये और उनका गठबंधन टूट गया।
बाद में राजभर ने 2022 का विधानसभा चुनाव सपा के साथ मिलकर लड़ा और उनकी पार्टी ने छह सीट पर जीत हासिल की। हालांकि कुछ महीनों बाद ही सपा से भी उनका तालमेल खराब हो गया। अब भाजपा से फिर उनकी नजदीकी बढ़ रही है।