घोसी से भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान पर फेंकी गई स्याही, उपचुनाव में भाजपा का बढ़ा संकट
By राजेंद्र कुमार | Published: August 20, 2023 05:57 PM2023-08-20T17:57:06+5:302023-08-20T17:59:26+5:30
घोसी विधानसभा में इस बार कांटे की टक्कर हो रही है। सपा के प्रत्याशी सुधाकर सिंह से भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान का सीधा मुक़ाबला हो रहा है।उपचुनाव के लिए प्रचार करने गए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी दारा सिंह चौहान के चेहरे पर किसी ने स्याही फेक दी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में रविवार का दिन विपक्षी दलों के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ। इस दिन देश के विख्यात अभिनेता रजनीकान्त समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से मिलने उनके आवास पहुँचे। राजनीकान्त से अखिलेश यादव को अपना मित्र बताकर सपा समर्थकों का उत्साह बढ़ा दिया। इसके कुछ ही घंटे के बाद घोसी विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार करने गए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी दारा सिंह चौहान के चेहरे पर किसी ने स्याही फेक दी। उन पर स्याही फेकने वाले मौके से फरार हो गए। इस घटना से सूबे की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। कहा जा रहा है कि घोसी विधानसभा में लोग भाजपा और दारा सिंह चौहान से खफा हैं। नाराजगी का इजहार करने के लिए ही दारा सिंह चौहान के चेहरे पर स्याही फेंकी गई है।
घोसी के प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, रविवार को पूर्व मंत्री और भाजपा के प्रत्याशी दारा सिंह चौहान मऊ जिले के कोपागंज ब्लाक के अदरी स्थित के काले में जन चौपाल को संबोधित करने के बाद अदारी चट्टी के पास पार्टी के कार्यकर्ताओं को देखकर कार से उतरे, तभी दो युवकों के उनके चेहरे पर काली स्याही फेक दी। स्याही फेकने वाले युवक तुरंत ही मौके से फरार हो गए। इस घटना के बाद दारा सिंह चौहान अपने कार्यक्रम स्थगित कर वापस लौट गए। पुलिस ने इस घटना को लेकर दो युवको संदिग्ध युवकों को पकड़ा है। फिलहाल इस मामले को लेकर घोसी उपचुनावों में छिड़े तीखे राजनीतिक संघर्ष का सभी को अहसास हो गया है। इस मामले में दारा सिंह चौहान का कहना है कि घोसी उपचुनाव वह जीत रहे हैं, इसी वजह से बौखलाहट में सपा ने अपनी गुंडो से स्याही फिंकवाई है।
दारा सिंह चौहान के इस कथन पर स्थानीय लोग कुछ कहने को तैयार नहीं है। इन लोगों का कहना है कि घोसी विधानसभा में इस बार कांटे की टक्कर हो रही है। सपा के प्रत्याशी सुधाकर सिंह से भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान का सीधा मुक़ाबला हो रहा है। स्थानीय लोग दारा सिंह चौहान के बार बार दल बदल करने के खफा हैं, इस कारण से ही उन पर स्याही फेंकने की घटना हुई है। यहीं नहीं इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि इस बार घोसी में दारा सिंह चौहान की सबसे बड़ी और कड़ी परीक्षा होनी तय है। घोसी उपचुनाव का मझधार दारा सिंह चौहान और भाजपा दोनों के लिए बराबर अहमियत रखता है। अगर दारा सिंह चौहान बीते विधानसभा चुनाव वाला वाला करिश्मा दोहराने में कामयाब हो जाते हैं, तो उनका योगी सरकार में मंत्री बनना तय है। लेकिन, वो चुनाव नहीं जीत सके तो पूर्वांचल में भाजपा की की नैया डगमगा सकती है, क्योंकि, इस नतीजे का असर और संदेश अगले साल होने वाले के लोकसभा चुनाव तक जाएगा।
दारा चौहान मौका देखकर रिश्ता तोड़ने वाले नेता
फिलहाल घोसी में दारा सिंह चौहान को मौका देखकर रिश्ता तोड़ने और जोड़ने वाला नेता बताया जा रहा है। वर्ष 1996 से लेकर 2022 तक दारा सिंह चौहान ने कांग्रेस, बसपा से लेकर सपा और भाजपा के साथ वक्त और मौका देखकर रिश्ता जोड़ा और तोड़ा है। बीते विधानसभा चुनावों में दारा सिंह ने योगी सरकार से नाता तोड़कर अखिलेश यादव का हाथ पकड़ा था। फिर बीते माह उन्होंने सपा से दूरी बनाकर भाजपा के खेमे में जाना उचित समझा। राजनीतिक दलों में आने जाने की अपनी इस यात्रा के दौरान दारा सिंह चौहान ने कभी भी क्षेत्र के लोगों की राय नहीं ली। यही वजह है कि इस बार इलाके में उनके खिलाफ लोगों की नाराजगी झलक रही है। जिसके चलते ही उन पर स्याही फेंकी गई है। ताकि जनता की नाराजगी को भाजपा के नेता भी जान लें। इस घटना को लेकर अब भाजपा अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव करेगी और जल्दी ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घोसी में प्रचार करने जाएंगी। उनका कार्यक्रम जल्दी ही घोषित किया जाएंगे।