Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर आंदोलन के अगुआ रहे विनय कटियार और प्रवीण तोगड़िया निमंत्रण के इंतजार में!
By राजेंद्र कुमार | Published: December 27, 2023 05:31 PM2023-12-27T17:31:40+5:302023-12-27T17:58:33+5:30
Ayodhya Ram Mandir: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया और बजरंग दल के मुखिया रहे पूर्व सांसद विनय कटियार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह शामिल होने के लिए कोई निमंत्रण नहीं भेजा गया है.
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भगवान राम के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की ज़ोरशोर से तैयारी चल रही हैं. इस समारोह में शामिल होने के लिए देश के विख्यात लोगों को निमंत्रण भेजे जा रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सीनियर नेता और राम मंदिर आंदोलन के अगुआ रहे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी तथा कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और मलिकार्जुन खड़गे सहित तमाम विपक्षी नेताओं को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भेजा है.
परंतु अभी तक राम मंदिर आंदोलन के संघर्ष में अहम भूमिका निभाने वाले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया और बजरंग दल के मुखिया रहे पूर्व सांसद विनय कटियार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह शामिल होने के लिए कोई निमंत्रण नहीं भेजा गया है.
राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे यह दोनों लोगों को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण पाने का इंतजार है. राम मंदिर आंदोलन को लेकर अशोक सिंह के बाद प्रवीण तोगड़िया ही अहम भूमिका रही है. भाजपा ने जब पालमपुर अधिवेशन में राम मंदिर के लिए आंदोलन चलाने का निर्णय लिया था.
तब अशोक सिंघल के साथ प्रवीण तोगड़िया विहिप के पदाधिकारी थे. इन दोनों लोगों ने मंदिर आंदोलन चलाने में अहम भूमिका निभाई थी. बाद में कुछ राजनीतिक मतभेद के चलते प्रवीण तोगड़िया विहिप से बाहर हो गए, लेकिन राम मंदिर से वह अभी भी अपने को जोड़ा मानते हैं. उन्हे उम्मीद है कि देर सवेर उन्हे निमंत्रण मिलेगा.
वैसे अयोध्या और लखनऊ में यह माना जा रहा है कि विहिप से अब उनका कोई नाता ना होने के कारण उन्हे मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दूर ही रखा जाएगा. इसी तरह नब्बे के दशक में राम मंदिर आंदोलन का बड़ा चेहरे रहे विनय कटियार को भी मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत कोई नियंन्त्रण नहीं मिला है.
जबकि विनय कटियार अयोध्या में ही रहते हैं. वह अयोध्या से सांसद भी रहे हैं. और अयोध्या में ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का मुख्यालय भी है. यहीं ट्रस्ट मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सारा इंतजाम देख रहा है. ट्रस्ट ही देश में उक्त कार्यक्रम के लिए लोगों को निमंत्रण भेज रहा है. इसके बाद भी ट्रस्ट के किसी भी पदाधिकारी ने बजरंग दल के संस्थापक के तौर पर जाने जाने वाले विनय कटियार से कोई संपर्क नहीं किया है. जबकि कभी बजरंगदल ने नेतृत्व में विहिप बड़े बड़े आंदोलन चलाती थी.
लेकिन अभी तक विहिप के पदाधिकारी व ट्रस्ट के महासचिव चंपक राय के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए विनय कटियार तथा प्रवीण तोगड़िया से संपर्क नहीं किया है. वही दूसरी तरफ मंदिर आंदोलन से जुड़े इन दोनों ही लोगों को उम्मीद है कि उन्हे समारोह में आमनित किया जाएगा.
आडवाणी-जोशी के निमंत्रण पर उठा था विवाद
फिलहाल प्रवीण तोगड़िया और विनय कटियार को 22 जनवरी को अयोध्या में होने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में ना बुलाये जाने को लेकर चर्चाओ का दौर शुरू ही गया है. इसके पहले लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में ना बुलाए जाने की खबरों से हंगामा मचा था.
तब चंपक राय से सफाई दी थी कि इन दोनों दिग्गज नेताओं को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने के लिए अनुरोध किया है, लेकिन उनकी उम्र को देखते हुए उनसे कार्यक्रम में ना आने का आग्रह किया गया था. यह तर्क देने वाले ट्रस्ट के पदाधिकारी फिलहाल अभी तक प्रवीण तोगड़िया और विनय कटियार को ना बुलाये जाने को लेकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.