उज्जैन का महाकाल मंदिर 'स्वच्छ आइकॉनिक' स्थल घोषित
By IANS | Published: February 6, 2018 04:32 PM2018-02-06T16:32:47+5:302018-02-06T16:38:21+5:30
इससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान और आरएसएस के सर संघ चालक मोहनराव भगवत ने इस उपलक्ष्य में महाकाल का डाक टिकट जारी किया था।
देश के प्रमुख ज्योतिर्लिगों में से एक मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर को स्वच्छ भारत मिशन के तहत भारत सरकार ने फेस दो में देश के 10 स्थलों में स्वच्छ आइकॉनिक स्थल के तौर पर चुना है। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, महाकाल मंदिर स्वच्छ आइकॉनिक स्थल है, और इसे स्वच्छ भारत मिशन के एक गोपनीय सर्वेक्षण में चुना गया है। स्वच्छ आइकॉनिक घोषित होने वाला मध्य प्रदेश का यह पहला मंदिर है।
आधिकारिक ब्योरे के मुताबिक, नेशनल हाइड्रोपॉवर कंपनी द्वारा कॉरपोरेट सोशल एक्टिविटी के अंतर्गत मंदिर को 7.92 करोड़ रुपये देने की घोषणा की गई थी। इसमें से 1.60 करोड़ रुपये का प्रथम भुगतान मंदिर को एडवांस्ड मैकेनाइज्ड क्लीनिंग एंड फैसिलिटी मैनेजमेंट के अंतर्गत प्राप्त हो गया है।
इससे पहले महाकाल पर डाक टिकट हुआ था जारी
महाकाल मंदिर परिसर से निकली इस शोभा यात्रा में 12 ज्योतिर्लिंगों के साथ प्राकृतिक झांकियां, घुड़सवार दल, पुलिस बंद और कुछ भजन मंडली भी शामिल थी। नासिक से आए पेशवाई दल ने सम्पूर्ण शोभायात्रा मार्ग पर अनोखा समां बांध दिया। इसमें शामिल 150 लोगों ने महाराष्ट्र के परंपरागत वाद्य यंत्रों के साथ भक्ति और शक्ति का प्रदर्शन किया। इनडोर के राजकमल और जयपुर के जिया बंद के गीत-संगीत ने हर किसी को झूमने पर मजबूर कर दिया। सीएम शिवराज सिंह चौहान और आरएसएस के सर संघ चालक मोहनराव भगवत ने इस उपलक्ष्य में महाकाल का डाक टिकट जारी किया।
हाथी पर सवार थे मनमहेश
शोभायात्रा में महाकाल के सेहरा दर्शन के साथ हाथी पर मनमहेश सवार थे। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन और पूजन किया। पूरी यात्रा में जगह-जगह पर प्रसाद का वितरण हुआ। ये यात्रा महाकाल मंदिर के कोट चौराहे से होती हुई गुदरी चौराहा, रामनुजकोट, कार्तिक चौक आदि जगहों से होते हुए वापिस महाकाल मंदिर पहुंची। सात जनवरी तक चलने वाले इस महोत्सव में भक्तों का जमावड़ा उज्जैन मंदिर में देखा जा सकता है।