पर्यटकों के लिए खुला स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, जानिए क्या है टिकट रेट और कैसे पहुंच सकते हैं यहां
By मेघना वर्मा | Published: October 31, 2018 11:23 AM2018-10-31T11:23:02+5:302018-10-31T11:23:02+5:30
आजाद भारत के पहले गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 143वीं जयंती पर इस प्रतिमा का अनावरण किया गया है।
गुजरात के अहमदाबाद में कुछ ही देर पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया है। 182 मीटर की इस प्रतिमा को देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बताई जा रही है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अब आसमान की शोभा बढ़ाएगी। आजाद भारत के पहले गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 143वीं जयंती पर इस प्रतिमा का अनावरण किया गया है। गगनचुंबी इस इमारत को अब आम लोगों के देखने के लिए खोल दिया जाएगा। आइए आपको बताते हैं इस प्रतिमा से जुड़े और भी रोचक तथ्य जो आपको यहां आने तक मजबूर कर देगा।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में लगे हैं दो लिफ्ट
इस प्रतिमा की लंबाई 182 मीटर है। इसे दुनिया की सबसे लंबी प्रतीमा घोषित किया गया है। इस प्रतिमा को जमीन पर 7 किलोमीटर की दूरी से भी आसानी से देखा जा सकता है। इस स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में दो लिफ्ट लगी हुई हैं। जिसके माध्यम से आप सरदार पटेल की प्रतिमा के छाती तक पहुंच सकते हैं। यहां से आप नर्मदा नदी के बांध का नजारा देख सकते हैं। इस प्रतिमा के तीन किलोमीटर की दूरी पर एक टेंट सिटी भी बनाई गई हैं जहां टूरिस्ट रुक सकते हैं।
300 रूपये होगी यहां की फीस
एक दैनिक अखबार की बात करें तो उसके मुताबिक लौह पुरूष की इस इस प्रतिमा को देखने के लिए टूरिस्ट को 300 रूपये तक भुगतान देना पड़ेगा। आपको बता दें इस प्रतिमा को बनाने के लिए देश भर के लोगों से लोहे को दान के रूप में लिया गया था। जिसके बाद इस प्रतिमा का निर्माण किया गया है।
टूरिस्ट के लिए बना है 3 स्टार होटल
स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की दुगनी ऊंचाई पर बनी इस प्रतिमा को देखने आने वालों के लिए गुजरात सरकार ने यहां से तीन किलोमीटर की दूरी पर तीन सितारा होटल का भी निर्माण करवाया है। सिर्फ होटल ही नहीं शॉपिंग सेंटर और रिसर्च सेंटर का निर्माण भी करवाया गया है। जिसका नाम सरदार पटेल स्टैच्यू कॉम्पलैक्स कहा गया है।
पर्यटकों के लिए बना है सेल्फी प्वॉइंट
गुजरात सरकार ने सेल्फी लवर्स को भी ध्यान में रखा है और उनके लिए अलग से सेल्फी प्वाइंट भी बनाया है। इस प्वाइंट से आपको स्टैच्यू ऑफ यूनिटि के साथ फोटो लेने का बेहतरीन व्यू मिलेगा। रात को लेजर लाइट के साथ भी आप इस जगह से अपनी सेल्फी ले सकते हैं।
अहमदाबाद से 200 किलोमीटर है दूर
इस स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए अगर आप अहमदाबाद से आ रहे हैं तो आपको 200 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ सकता है। इस स्टैच्यू के पास जो सबसे करीब जिला है वो है केवादिया। जो वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा से मात्र साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी पर है। आप इसे सुबह 9 से शाम 6 बजे के बीच किसी भी दिन देखने जा सकते हैं। आप इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग भी कर सकते हैं।
15 हजार टूरिस्टों को होगा रोजाना आगमन
टामस्ट ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए रोजाना 15 हजार पर्यटक आ सकते हैं। इससे ना सिर्फ गुजरात के टूरिज्म में बढ़ावा होगा बल्कि बहुत से लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा। आपको बता दें इस स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाने के लिए कुल 1.69 लाख लोहे के किट्स का उपयोग किया गया है।