रामनवमी 2018: कीजिये भारत के 7 सबसे प्रमुख राम मंदिर के दर्शन

By मेघना वर्मा | Published: March 25, 2018 10:51 AM2018-03-25T10:51:07+5:302018-03-25T12:06:01+5:30

हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों को समाप्त करने तथा धर्म की पुन: स्थापना के लिये भगवान विष्णु ने पृथ्वी लोक पर श्री राम के रूप में अवतार लिया था।

Raamnavmi 2018: visit 7 most famous Rama Temples in India | रामनवमी 2018: कीजिये भारत के 7 सबसे प्रमुख राम मंदिर के दर्शन

Ram Navami 2018: 7 most famous Rama Temples in India

हर साल चैत्र माह की नवमी को राम नवमी का पावन पर्व मनाया जाता है। हिन्दू धर्म में माना ये जाता है कि आज ही के दिन मर्यादा पुरूषोत्तम राम का जन्म हुआ था। हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों को समाप्त करने तथा धर्म की पुन: स्थापना के लिये भगवान विष्णु ने पृथ्वी लोक पर श्री राम के रूप में अवतार लिया था। राम नवमी के अवसर पर देश में स्थित राम मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ता है। आज हम आपको देश के सबसे प्रसिद्ध राम मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं। राम नवमी के अवसर पर आप भी कीजिये दर्शन। 

1. राम मंदिर, अयोध्या

अयोध्या के राम मंदिर का नाम शायद ही कोई ऐसा हो जिसे ना पता हो। शोधानुसार पता चलता है कि भगवान राम का जन्म आज से 7128 वर्ष पूर्व अर्थात 5114 ईस्वी पूर्व को उत्तर प्रदेश के अयोध्या नगर में हुआ था। अयोध्या हिन्दुओं के प्राचीन तीर्थस्थलों में से एक है। सरयू नदी के तट पर बसे इस नगर को रामायण के अनुसार मनु ने बसाया था। यह हिन्दुओं के लिए मदीना और बेथलहम की तरह है। मध्यकाल में राम जन्मस्थान पर बने भव्य मंदिर को आक्रांता बाबर ने तोड़कर वहां एक मस्जिद स्थापित कर दी जिस पर अभी भी विवाद जारी है।

अयोध्या के दर्शनीय स्थल

अयोध्या घाटों और मंदिरों की प्रसिद्ध नगरी है। सरयू नदी यहां से होकर बहती है। सरयू नदी के किनारे 14 प्रमुख घाट हैं। इनमें गुप्तद्वार घाट, कैकेयी घाट, कौशल्या घाट, पापमोचन घाट, लक्ष्मण घाट आदि विशेष उल्लेखनीय हैं।

2. रघुनाथ मंदिर

इस मंदिर को 1835 में महाराजा गुलाब सिंह ने बनवाना शुरू किया था और इसका पूर्ण निर्माण महाराजा रणजीतसिंह के काल में हुआ। जम्मू-कश्मीर के इस मंदिर में 7 ऐतिहासिक धार्मिक स्‍थल मौजूद है। मंदिर के भीतर की दीवारों पर तीन तरफ से सोने की परत चढ़ी हुई है। इसके अलावा मंदिर के चारों ओर कई मंदिर स्थित है जिनका सम्बन्ध रामायण काल के देवी-देवताओं से बताया जाता है।

3. त्रिप्रायर मंदिर

केरल के दक्षिण-पश्चिमी शहर त्रिप्प्रयार (त्रिप्रायर) में यह मंदिर स्थित है। त्रिप्रायर नदी के किनारे स्थित त्रिप्रायर श्रीराम मंदिर कोडुन्गल्लुर का प्रमुख धार्मिक स्थान है। ये मंदिर त्रिप्रायर के कोडुन्गल्लुर शहर से लगभग 15 किलोमीटर और त्रिशूर से 25 किलोमीटर दूर स्थित है। माना जाता है कि इस मंदिर में स्थापित मूर्ति यहां के स्थानीय मुखिया को समुद्र तट पर मिली थी। इस मूर्ति में भगवान ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान शिव के तत्व हैं अत: इसकी पूजा त्रिमूर्ति के रूप में की जाती है। 

4. श्रीसीतारामचंद्र स्वामी मंदिर

भगवान राम का यह मंदिर आंध्र प्रदेश के खम्मण जिले के भद्राचलम शहर में स्थित है। कथाओं के अनुसार भगवान राम जब लंका से सीता को बचाने के लिए गए थे, तब गोदावरी नदी को पार कर इस स्थान पर रुके थे। मंदिर गोदावरी नदी के किनारे ठीक उसी जगह पर बनाया गया है, जहां से राम ने नदी को पार किया था। यहीं पर कुछ ऐसे शिलाखंड भी हैं जिनके बारे में यह विश्वास किया जाता है कि सीताजी ने वनवास के दौरान यहां वस्त्र सुखाए थे। स्थानीय किंवदंती के अनुसार यहीं से रावण ने सीता का हरण किया था, लेकिन रामायण के अनुसार वह स्थान पंचवटी था।

5. श्रीतिरुनारायण स्वामी मंदिर, मेलकोट, कर्नाटक

मेलकोट या मेलुकोट कर्नाटक के मांड्या जिला तहसील पांडवपुरा का एक छोटा-सा कस्बा है, जो कावेरी नदी के तट पर बसा है। इस स्थान को तिरुनारायणपुरम भी कहते हैं। यह एक छोटी-सी पहाड़ी है जिसे यदुगिरि कहते हैं। यदुगिरि पहाड़ी पर दो मंदिर स्थित है। एक मंदिर भगवान नृसिंह का जो पहाड़ी के रास्ते में पहले पड़ता है और दूसरा चेलुवा नारायण का मंदिर जो पहाड़ी के सबसे उपर स्थित है। यह स्थान मैसूर से 51 किलोमीटर और बेंगलुरु से 133 किलोमीटर किलोमीटर दूर है।

6. हरिहरनाथ मंदिर

भगवान विष्णु को समर्पित हरिहरनाथ मंदिर का निर्माण भगवान राम ने त्रेतायुग में करवाया था। माना जाता है कि श्रीराम ने यह मंदिर तब बनवाया था, जब वे सीता स्वयंवर में जा रहे थे। सारण और वैशाली जिले की सीमा पर गंगा और गंडक नदी के संगम पर स्थित इस मंदिर का निर्माण राजा मानसिंह ने करवाया। वर्तमान में जो मंदिर है, उसका जीर्णोद्धार तत्कालीन राजा राम नारायण ने करवाया था।

7. थिरुवंगड श्रीरामस्वामी मंदिर, केरल

केरल के कण्णूर जिले में स्थित थालास्‍सेरी में अंग्रेजों द्वारा बनाया गया एक प्रसिद्ध किला है। यहां से कुछ दूर ही प्रसिद्ध राम मंदिर है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 2,000 वर्ष पूर्व हुआ था। इससे पहले इस स्थान पर भगवान परशुराम ने एक विष्णु मंदिर का निर्माण करवाया था। इस स्थान का संबंध अगस्त्य मुनि से भी है।

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