होली 2019: इन 7 जगहों की होली है सबसे फेमस, अभी से करा लें टिकट, कहीं देर ना हो जाए
By गुलनीत कौर | Published: March 12, 2019 07:39 AM2019-03-12T07:39:09+5:302019-03-12T07:39:09+5:30
रंगों का पर्व होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध भारतीय त्योहार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। भारत की बात करें तो उत्तर भारत में इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। मथुरा-वृन्दावन की होली सबसे अधिक प्रसिद्ध है।
21 मार्च, 2019 को देशभर में होली का पर्व मनाया जाएगा। 20 मार्च को होलिका दहन पूजा के बाद अगले दिन रंगवाली होली खेली जाएगी। 14 मार्च से होलाष्टक लग रहा है। इसी से रंगों के पर्व होली का आगाज हो जाएगा। धर्म शास्त्रों में रंगों का पर्व होली भले ही दो दिन का बताया जाता है किन्तु देश के कुछ हिस्सों में इसे कई दिन पहले से ही मनाना शुरू कर दिया जाता है।
कई जगहों पर तो लगातार एक सप्ताह यह पर्व महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। तो आज हम आपके लिए 7 ऐसी जगहों की लिस्ट लेकर आए हैं जहां की होली विश्व प्रसिद्ध है और वाकई यहां जीवन में एक बार जाकर होली मनाना तो बनता है। आप भी देखें ये लिस्ट और जल्द से जल्द यहां जाने के लिए अपनी टिकट बुक करवा लें। ताकि इस बार की होली आपके लिए बेहद खास हो।
1) वृंदावन की फूलों वाली होली
होली को हमेशा से ही कृष्ण और उनकी जन्म भूमि से जोड़ा गया है। वृंदावन के बांके बिहारी लाल मंदिर की होली विश्व प्रसिद्ध है। यहां के लोग इस पर्व को रंगों के साथ नए मौसम, नए साल के आगाज के रूप में भी मनाते हैं। वसंत पंचमी के बाद पड़ने वाला यह त्योहार यहां बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। जिसमें शामिल सभी लोग ना सिर्फ रंगों से सराबोर होते हैं बल्कि होली की धुनों पर थिरकते भी रहते हैं। मथुरा में खास विधवाओं के लिए फूलों वाली होली भी होती है। ये विधवाएं श्रीकृष्ण के लिए फूलों वाली होली खेलती हैं।
2) बरसाने की लट्ठमार होली
होली का नाम हो और बरसाने की होली का जिक्र भी ना हो, ऐसा हो नहीं सकता। दुनिया भर में बरसाना की लट्ठमार होली की चर्चा है। मथुरा के पास बसे छोटे से गांव बरसाना में महिलाएं लट्ठ से आदमियों को पीटती हैं और इस तरह से होली का पर्व मनाग्ती हैं। यहां भाभियां अपने देवरों को लट्ठ मारती हैं। बरसाना की यह होली भले ही छोटे से क्षेत्र में होती है लेकिन यह पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
3) कलकत्ता में होली का वसंतोत्सव
कलकत्ता की सबसे पुरानी युनिवर्सिटी शांति निकेतन में रविन्द्रनाथ टैगोर के समय से ये वसंतोत्सव मनाया जाता आ रहा है। इसी के चलते आज भी यहां के युवा इस महोत्सव को बड़े धूम-धाम से मानते हैं। होली वाले दिन यहां के लोग रंग-बिरंगे और पारंपरिक पहनावे में आते हैं और एक-दूसरे को अबीर-गुलाल से रंगते हैं।
4) दिल्ली की क्रेजी होली
अलग अलग संस्कृतियों से पूरित दिल्ली जैसे शहर में होली के भी अलग अलग रंग देखने को मिलते हैं। यहां बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी होली खेलते हैं। दिल्ली में होली पर प्रसिद्ध "होली काऊ" फेस्टिवल भी होता है। इस फेस्ट में देश भर से संगीत के मंझरे हुए कलाकार यहां आते हैं और लगभग पूरी दिल्ली उनकी धुनों पर झूमती है और एक-दूसरे को रंग लगाती है।
5) मणिपुर में होती है 6 दिन की होली
फाल्गुन की पूर्णिमा को मनाई जाने वाली होली मणिपुर में 6 दिन की होती है। इस होली महोत्सव में फोक कलाकार अपने हुनर को दर्शाते हैं और पूरा गुलाल के रंगों में रंगा रहता है। 6 दिनों के इस महोत्सव में पूरा शहर अलग ही उमंग और मस्ती में दिखता है।
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6) पंजाब का होल्ला-महल्ला
पंजाब में होली का अलग ही रंग देखने को मिलता है। प्राचीन समय से ही पंजाब के लोग प्रत्येक वर्ष होली पर "होल्ला-महल्ला" मनाते हैं। पंजाब के आनंदपुर साहिब में भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में घुड़सवारी, तलवारबाजी, ट्रक रेस आदि पारंपरिक खेलों को शामिल किया जाता है। पारंपरिक खेलों के साथ मेले में हलवा, पूड़ी, गुझिया, मालपुआ जैसे स्वादिष्ट व्यंजनों को भी शामिल किया जाता है।
7) साउथ की होली
होली की बात हो तो यह उत्तर भारत में ही सबसे ज्यादा मनाई जाती है लेकिन आजकल दक्षिण भारत में भी होली के रंग देखने को मिलते हैं। यहां भी होली के भव्य कार्यक्रम आयोजित कराए जाते हैं अजुर रंगों का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। साउथ के हम्पी शहर में देश-दुनिया से आए टूरिस्ट और वहां रह रहे उत्तर भारत के लोग मिल कर होली खेलते हैं।