यूक्रेन सोवियत संघ के विघटन के बाद 1991 में रूस से अलग हुआ था। यूक्रेन के हालांकि बाद के वर्षों में NATO से जुड़ने की कोशिश से रूस असहमति दिखाता रहा है। रूस को लगता है कि यूक्रेन NATO से जुड़ने से उसकी सुरक्षा हमेशा खतरे में रहगी। रूस का मानना है कि अमेरिका सहित नाटो के अन्य सदस्य देशों की सेनाएं उसकी सीमा के बेहद करीब आ जाएंगी और वह एक तरह से चारों ओर से घिर जाएगा। इसी के खिलाफ रूस कदम उठाने की बात कर रहा है और यूक्रेन पर कार्रवाई की बात कर रहा है। Read More
वैश्विक शेयर बाजारों में भारी बिकवाली का असर बृहस्पतिवार को घरेलू बाजारों पर भी हुआ और शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स तथा निफ्टी 3 फीसगदी प्रतिशत से अधिक टूट गए। ...
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन में सैन्य अभियान का ऐलान किया, साथ ही दावा किया कि इसका मकसद नागरिकों की रक्षा करना है। इस बीच यूक्रेन से एक स्पेशल फ्लाइट छात्रों सहित भारतीय नागरिकों लेकर आई है। ये उड़ान आज ही दिल्ली के इंदिरा ...
Russia-Ukraine war: रूस के सैन्य कार्रवाई करने के ऐलान के बाद यूक्रेन के कुछ शहरों में धमाकों की आवाज गुरुवार तड़के सुनी गई है। इसके कुछ वीडियो भी सामने आ रहे हैं। ...
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन ने कहा कि इस युद्ध को रोकना इस संस्था की जिम्मेदारी है। रूस के राष्ट्रपति ने ऑन रिकॉर्ड युद्ध की घोषणा की है। ...
टेलीविजन पर आकर पुतिन की चौंकाने वाली घोषणा के बाद ब्रेंट कच्चे तेल की कीमत 100.4 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई। इसका कारण है कि रूस कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। ...
Russia-Ukraine crisis: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई को 'हरी झंडी' दे दी है। उन्होंने यूक्रेन की सेना को हथियार डालने को भी कहा है। ...
Russia-Ukraine crisis: यूरोप ने बुधवार को जिस तरह का रुख अपनाया उससे टकराव और बढ़ने के आसार लग रहे हैं तथा यूक्रेन ने अपने नागरिकों से रूस छोड़ने का आग्रह किया। ...
रूस और यूक्रेन के बीच तनाव जारी है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो इस युद्ध की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ भारत की जेब पर भारी असर पड़ सकता है। ...