प्रशांत भूषण एक वरिष्ठ वकील हैं। उनकी पहचान बतौर सामाजिक कार्यकर्ता भी है। वे कई जनहित याचिकाओं पर भी केस लड़ते रहे हैं। अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में वे काफी सक्रिय रहे थे और आम आदमी पार्टी से भी जुड़े। हालांकि, बाद में वे इससे अलग हो गए। प्रशांत के पिता शांति भूषण भी प्रसिद्ध वकील रहे हैं और पूर्व में भारत के कानून मंत्री भी रह चुके हैं. Read More
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर प्रशांत भूषण माफीनामा दाखिल करते हैं तो 25 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट इसपर विचार करेगा। अगर सुप्रीम कोर्ट में 24 अगस्त तक प्रशांत भूषण माफीनाम दाखिल नहीं करते हैं तो अदालत सजा पर फैसला सुनाएगी। ...
सुप्रीम कोर्ट ने 14 अगस्त को प्रशांत भूषण को न्यायपालिका के प्रति अपमानजनक दो ट्वीट के लिये आपराधिक अवमानना का दोषी ठहराया था। न्यायालय की अवमानना के जुर्म में उन्हें अधिकतम छह महीने तक की कैद या दो हजार रुपए का जुर्माना अथवा दोनों की सजा हो सकती है। ...
करीब तीन हजार लोगों ने प्रशांत भूषण के समर्थन में हस्ताक्षर किए और कोर्ट से अपने फैसले को खारिज करने की अपील की है, वहीं 15 पूर्व न्यायाधीशों समेत सौ से ज्यादा लोगों ने पत्र जारी कर कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आपत्ति व्यक्त करना सही नहीं है. ...
बीएआई की कार्यकारी समिति ने कहा, ‘‘वह भूषण से संबंधित मामले में कानूनी पेशे के एक सदस्य के खिलाफ भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वत: अवमानना कार्यवाही के तरीके से निराश और चिंतित है।’’ ...
मामले की सुनवाई के दौरान प्रशांत भूषण का कहना था कि- ट्वीट भले ही अप्रिय लगे, लेकिन अवमानना नहीं है. वे ट्वीट न्यायाधीशों के खिलाफ उनके व्यक्तिगत स्तर पर आचरण को लेकर थे और वे न्याय प्रशासन में बाधा उत्पन्न नहीं करते. ...
तीन सदस्यीय पीठ ने कहा कि उसके समक्ष पेश मामले के दूरगामी नतीजे हैं और वह अधिवक्ताओं को सुनना चाहती है कि क्या न्यायाधीशों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुये बयान दिये जा सकते हैं और ऐसे मामले में क्या प्रकिया अपनाई जानी चाहिए। ...