भारतीय संसद (राज्य सभा और लोक सभा) की हर साल होने वाली तीन बैठकों को संसद सत्र कहते हैं। इन सत्रों में सभी विधायी कार्य पूरे किये जाते हैं। भारतीय संविधान के अनुसार संसद के दो सत्रों के बीच छह महीने से ज्यादा अंतराल नहीं होना चाहिए। इस वजह से हर साल संसद के कम से कम दो सत्र जरूर आयोजित होते हैं।संसद का बज़ट सत्र फ़रवरी से मई के बीच आहुत होता है। संसद का मॉनसून सत्र जुलाई से सितम्बर के बीच आहुत होता है। संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर से दिसंबर के बीच आयोजित होता है। बज़ट सत्र के दौरान भारत सरकार अपना सालाना या अंतरिम बज़ट पेश करती है। इस बज़ट में सरकार वार्षिक आय और व्यय का लेखा-जोखा पेश करती है। Read More
नमस्कार! आज सोमवार (1 फरवरी) है। देश और दुनिया की तमाम खबरों के ताजा अपडेट के लिए 1 फरवरी, 2021 के इस Live Blog के साथ आप बने रह सकते हैं। आज सबसे खास नजर आम बजट पर है। वहीं, दूसरी ओर किसानों का आंदोलन जारी है। इस पर भी नजर रहेगी। यहां जानें हर अपडेट ...
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आज यानी 1 फरवरी को आम बजट पेश किया। इस साल का बजट कैसा रहा है और आम लोगों के लिए कितना फायदेमंद होगा ये बजट? ये सवाल हर किसी के मन में उठ रहा होगा। बजट 2021 -22 में मोदी सरकार ने स्वास्थ्य, कृषि, टैक्स, शिक्षा ...
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार यानी 1 फरवरी को आम बजट पेश किया। इस बजट में शिक्षा क्षेत्र पर लोगों की नजरें टिकी थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021 -22 में एजुकेशन सेक्टर को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। वित्त मंत्री ने कहा कि नेशन ...
Budget 2021: पेट्रोल और डीजल पर सरकार ने सेस लगाने की घोषणा की है। बजट-2021 को पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी घोषणा की। ऐसे में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ सकते हैं। ...
Rail Budget 2021: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार बजट में रेलवे सहित विभिन्न शहरों में मेट्रो और सार्वजनिक परिवहन के विकास के लिए अहम घोषणाएं की हैं। ...
ममता बनर्जी की पार्टी में एक बार फिर से सेंधमारी हुई है। अमित शाह की मौजूदगी में टीएमसी के 5 नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है। इनमें टीएमसी के पूर्व नेता राजीब बनर्जी, विधायक बैशाली डालमिया, प्रबीर घोषाल, रुद्रनील घोष और रथिन चक्रवर्ती ने अमित शाह से ...
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को बजट पेश करने वाली हैं। इस बजट से उम्मीद है कि महामारी से पीड़ित आम आदमी को राहत मिलेगी। साथ ही स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे और रक्षा पर अधिक खर्च के माध्यम से आर्थिक सुधार को आगे बढ़ाने पर ध्यान दिए जाने की भी ...