भारत में जब किसी विपक्षी दल को लगता है कि मौजूदा सरकार सदन का विश्वास या बहुमत खो चुकी है तो वह अविश्वास प्रस्ताव पेश करता है। इसके लिए वह सबसे पहले लोकसभा अध्यक्ष या स्पीकर को इसकी लिखित में सूचना देता है। इसके बाद स्पीकर उसी दल के किसी सांसद से इसे पेश करने के लिए कहता है। अविश्वास प्रस्ताव को तभी स्वीकार किया जा सकता है, जब सदन में उसे कम से कम 50 सदस्यों का समर्थन हासिल हो। Read More
Monsoon Session of parliament Updates:संसद का मॉनसून सत्र 2018 बुधवार (18 जुलाई) से शुरू होकर 10 अगस्त तक चलना है। 20 जुलाई को टीडीपी द्वारा पेश अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मत विभाजन होना है। राज्य सभा और लोक सभा के पहले दो दिनों की कार्यवाही को दे ...
टीडीपी ने मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में सारे विपक्षी दलों से समर्थन मांगा था। जिसके बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने ये बयान दिया था कि वो टीडीपी के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेंगे। ...
संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। कार्यवाही शुरू हो चुकी है। लाइव अपडेट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के जबलपुर से सांसद राकेश सिंह सदन में बहस के दौरान मोदी सरकार के विकास के आंकड़ें गिना रहे थे। ...
संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। सदन की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। सदन में एक ओर जहां कांग्रेस मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर बीजू जनता दल ने सदन से वॉक आउट कर लिया है, जबकि शिवसेना ने भी वॉक आउट करन ...
No-Confidence Motion in Parliament: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया जिस पर चर्चा शुरू हो चुकी है। चर्चा की शुरुआत में ही विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने समय की कमी को लेकर सवाल उठाए। ...