साल 2012 के 16 दिसंबर को एक चलती बस में निर्भया (बदला हुआ नाम) के साथ सामूहिक गैंगरेप हुआ था। आरोपियों ने पीड़िता के साथ ना सिर्फ बलात्कार किया बल्कि उसे बेहद चोटें भी पहुंचाई थी। जिसकी वजह से निर्भया की मौत हो गई। इस घटना के विरोध में पूरे देश में उग्र व शान्तिपूर्ण प्रदर्शन हुए। इस केस में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जिसमें से 11 मार्च 2013 को राम सिंह नामक मुख्य आरोपी ने सुबह तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी। एक और आरोपी नाबालिग था। जिसे कार्रवाई के बाद सुधार गृह में भेज दिया गया। इसके अलावा बाकी चारों आरोपी अक्षय कुमार सिंह, विनय शर्मा, मुकेश और पवन गुप्ता चारों ही तिहाड़ जेल में बंद हैं। इन चारों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। Read More
पवन (52), उत्तर प्रदेश के दो जल्लादों में से एक हैं, जिन्हें 23 वर्षीय महिला के छह बलात्कारियों में से चार को फांसी देने के लिए बुलाया जा सकता है। आरोपी मुकेश सिंह, विनय शर्मा, पवन गुप्ता और अक्षय सिंह के लिए दिल्ली कोर्ट ने वारंट जारी किया है। ...
निर्भया मामले में मौत की सज़ा पाए चारों दोषियों को शुक्रवार को तिहाड़ की जेल नम्बर तीन में स्थानांतरित किया जा सकता है, जहां उन्हें 22 जनवरी को फांसी दी जाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।फिलहाल तीन दोषियों को जेल नम्बर दो में ...
राजेंद्र जक्कल, दिलीप सुतार, शांताराम कन्होजी जगताप और मुनावर हारून शाह को 25 अक्टूबर 1983 को फांसी दी गयी थी। जोशी-अभयंकर सिलसिलेवार हत्याओं में उन्होंने जनवरी 1976 और मार्च 1977 के बीच 10 हत्याएं की थीं। ...
पिछले महीने दोषियों के खिलाफ मृत्यु वारंट जारी होने से पहले तिहाड़ के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश जेल प्राधिकरण को पत्र लिखकर मेरठ से एक जल्लाद भेजने की मांग की थी। ...
मामले में दो दोषियों राम सिंह और मुकेश सिंह की मां इलाका छोड़ कर अपने परिवार के पास राजस्थान चलीं गई हैं। वहीं दोषी विनय शर्मा और पवन गुप्ता का परिवार वहीं झुग्गी बस्ती में रहता है। पवन गुप्ता का परिवार जहां रहता है, वहां के लोग कुछ भी बोलने को तैयार ...
साल 2012 के 16 दिसंबर को एक चलती बस में निर्भया (बदला हुआ नाम) के साथ सामूहिक गैंगरेप हुआ था। आरोपियों ने पीड़िता के साथ ना सिर्फ बलात्कार किया बल्कि उसे बेहद चोटें भी पहुंचाई थी। जिसकी वजह से निर्भया की मौत हो गई। ...