हनुमान जी ने श्रीराम को वचन दिया था कि वह पृथ्वी पर अदृश्य रूप में रहकर राम नाम का स्मरण करते हुए उन्हें महाप्रलय तक पूजते रहेंगे। इसीलिए माना जाता है हनुमानजी आज भी हमारे बीच में हैं। ...
इस बार की नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन पड़ रही है। जिसके चलते कन्या पूजन का संयोग भी एक ही दिन है। शनिवार को अष्टमी और नवमी की पूजा के साथ ही कन्या पूजन किया जाएगा। ...
नवरात्रि में सम्पूर्ण दुर्गासप्तशती का अगर पाठ न भी कर सकें तो निम्नलिखित श्लोक का पाठ करने से सम्पूर्ण दुर्गासप्तशती और नवदुर्गाओं के पूजन का फल प्राप्त हो जाता है। ...
हनुमान जी के पराक्रम की असंख्य गाथाएं प्रचलित हैं। इन्होंने जिस तरह से राम के साथ सुग्रीव की मैत्री कराई और फिर वानरों की मदद से राक्षसों का मर्दन किया, वह अत्यन्त प्रसिद्ध है। ...
केतु का गोचर वृश्चिक राशि में 23 सितंबर 2020 को होने जा रहा है जिसका कई राशियों पर इसका शुभ और अशुभ दोनों तरह का प्रभाव पड़ेगा। केतु एक छाया ग्रह है जो मगंल की तरह ही फल देता है। ...
देवी गायत्री को सनातन संस्कृति के धर्म शास्त्रों में बहुत महत्व दिया गया है। शास्त्रोक्त मान्यता है कि गायत्री मंत्र को समझने मात्र से चारों वेदों के ज्ञान की प्राप्ति हो जाती है। ...
देवादिदेव महादेव की आराधना से सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। उनको मुक्तिदाता और वरदान के देव माना जाता है। भोलेनाथ के वेदमंत्रों का जाप करने से तकलिफों का नाश होता है और समृद्धि मिलती है। ...