मंगलवार विशेषः हनुमान चालीसा से होता है कई कष्टों का उपाय, बल और बुद्धि के लिए ऐसे करें पाठ
By गुणातीत ओझा | Published: October 26, 2020 07:26 PM2020-10-26T19:26:33+5:302020-10-27T10:21:37+5:30
हनुमान जी ने श्रीराम को वचन दिया था कि वह पृथ्वी पर अदृश्य रूप में रहकर राम नाम का स्मरण करते हुए उन्हें महाप्रलय तक पूजते रहेंगे। इसीलिए माना जाता है हनुमानजी आज भी हमारे बीच में हैं।
हनुमान जी ने श्रीराम को वचन दिया था कि वह पृथ्वी पर अदृश्य रूप में रहकर राम नाम का स्मरण करते हुए उन्हें महाप्रलय तक पूजते रहेंगे। इसीलिए माना जाता है हनुमानजी आज भी हमारे बीच में हैं। हनुमान जी को समर्पित हनुमान चालीसा शक्ति और साहस का प्रतीक है। हनुमान चालीसा के पाठ से जीवन में शांति आती है। हनुमान चालीसा का पाठ करने से कुटिल से कुटिल व्यक्ति का मन भी निर्मल हो जाता है। मंगलवार का दिन भगवान श्री हनुमान को समर्पित होता है। आइये आपको बताते हैं हनुमान चालीसा से जुड़े प्रभावी उपायों के बारे में।
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर के ज्योतिषविद् एवं कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि तुलसीदास ने हनुमान चालीसा को अवधी भाषा में लिखा। एक कथा के अनुसार जब तुलसीदास ने रामचरितमानस का पाठ समाप्त किया तब सभी भक्त वहां से चले गए, लेकिन एक वृद्ध वहीं बैठा रहा। वो कोई और नहीं बल्कि स्वयं हनुमान जी थे। कहा जाता है कि हनुमान चालीसा को सबसे पहले हनुमान जी ने ही सुना था। हनुमान चालीसा में 40 चौपाई लिखी गई हैं। चालीसा शब्द इन्हीं 40 अंकों से मिला है। हनुमान चालीसा में पहली 10 चौपाई हनुमान जी की शक्ति और ज्ञान का बखान करती हैं। 11 से 20 चौपाई में भगवान श्रीराम के बारे में कहा गया है। 11 से 15 तक चौपाई लक्ष्मण पर आधारित हैं। हनुमान जी की कृपा के बारे में तुलसीदास ने आखिरी चौपाई में वर्णन किया है।
अगर बुरी शक्तियां परेशान करती हैं तो हनुमान चालीसा का पाठ करने से इससे मुक्ति मिल जाती है। कोई भी अपराध करने पर अगर ग्लानि महसूस होती है तो हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान चालीसा के पाठ से मन शांत होता है। सुरक्षित यात्रा के लिए हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। हनुमान जी बुद्धि और बल के ईश्वर हैं। हनुमान चालीसा के पाठ से बल और बुद्धि की प्राप्ति होती है।
हनुमानजी की शक्तियों का समावेश है हनुमान चालीसा में
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि यह भी मान्यता है कि हनुमानजी को एक बार बचपन में जब भूख लगी तो वह सूर्य को फल समझकर निगल गए थे। बजरंगबली के पास अपार शक्तियां था इसका उपयोग कर जब वह सूर्य को निगलने के लिए आगे बढ़े तो देवराज इन्द्र ने अपने व्रज से प्रहार कर उनको मूर्छित कर दिया। हनुमानजी के मूर्छित होने की बात जब पवनदेव को पता चली तो वह काफी नाराज हुए। ऐसे में देवताओं को हनुमानजी के रुद्र अवतार होने का पता चला तो सभी ने उनको कई शक्तियां प्रदान की। मान्यता है कि देवताओं ने जिन मंत्रों और हनुमानजी की विशेषताओं को बताते हुए उन्हें शक्तियां प्रदान की थी, उन्हीं मंत्रों के सार को गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान चालीसा में समाहित किया है। दरअसल हनुमान चालीसा में मंत्र न होकर हनुमानजी के पराक्रम की विशेषताएं बतलाई गईं हैं।
हनुमान चालीसा से होता है कई कष्टों का उपाय
हनुमान चालीसा एक बेहद सहज और सरल बजरंगबली की आराधना में की गई एक काव्यात्मक 40 छंदों वाली रचना है। तुलसीदासजी बाल्यावस्था से ही श्रीराम और हनुमान के भक्त थे, इसलिए उनकी कृपा से उन्होंने महाकाव्यों की रचना की है। मान्यता है कि हनुमान चालीसा के पाठ से कई तरह की तकलिफों का नाश हो जाता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि के साथ आरोग्य का वास होता है। यदि किसी कारण मन अशांत है तो हनुमान चालीसा के पाठ से मन को शांति मिलती है। हर तरह के भय का नाश भी इसके पाठ से होता है।
शनि संबंधी कष्टों का नाश होता है
सनातन संस्कृति में हनुमान चालीसा के पाठ का विशेष महत्व बतलाया गया है। इसको श्रद्धापूर्वक, एकाग्रचित्त होकर पढ़ने से कई व्याधियों से छुटकारा मिल जाता है। हनुमान चालीसा के पाठ से शनि संबंधी कष्टों का नाश होता है। शनि की साढ़ेसाती, ढैया, पनौती, शनि का नीच का या कुंडली में अशुभ फल देने पर हनुमान चालीसा का पाठ विशेष फलदायी होता है। इसके पाठ से बुरी शक्तियों का नाश होता है और हनुमान भक्त के पास वो फटकती भी नहीं है। किसी अपराध के हो जाने पर हनुमान चालीसा का पाठ कर क्षमायाचना करने से उस अपराध से मुक्ति मिल जाती है।
हनुमान चालीसा के पाठ से मिलती है बल और बुद्धि
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि जीवन में किसी बात को लेकर हो रहे तनाव की दशा में हनुमान चालीसा के पाठ से मन को काफी शांति का अहसास होता है। किसी यात्रा के लिए प्रस्थान करने से पहले हनुमान चालीसा का पाठ पढ़कर यात्रा करने से उसके सफल होने के योग बढ़ जाते हैं। महाबली हनुमान बल और बुद्धि के देवता है, इसलिए इसका पाठ करने से इन दोनों की प्राप्ति होती है। हनुमान चालीसा दैवीय गुणों से ओतप्रोत है इसलिए इसका पाठ संयम रखकर, नियमों के साथ श्रद्धापूर्वक करने से अलौकिक शक्ति का अहसास होता है। इसके पाठ से तन-मन की शुद्धि होती है और मानव हर तरह से निर्मल हो जाता है। हनुमान चालीसा के पाठ से शरीर, मन और घर-परिवार की नकारात्मकता दूर होकर सकारात्मकता का प्रवाह होता है। रात्रि के समय हनुमान चालीसा का पाठ 8 बार पढ़ने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। मान्यता है कि जो मानव रात के समय हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं उनकी रक्षा स्वयं महाबली हनुमान करते हैं।