साल 2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने तय हुए हैं। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। यहां कांग्रेस ने पहला कदम उठाते हुए वरिष्ठ नेता कमल नाथ को चुनाव प्रभारी बनाया है। Read More
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमान कमलनाथ के हाथों आते ही यह माना जा रहा था कि भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस इस बार चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरेगी, अंतिम दौर की चर्चा में बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस को झटका दे डाला ...
कांग्रेस की तुलना में भाजपा अपने बागियों को लेकर ज्यादा हैरान, परेशान और चिंतित है. भाजपा के नेता और संघ इन बागियों को अंतिम क्षणों में मनाने की भरपूर कोशिश कर रहा है. ...
मध्यप्रदेश चुनाव कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए कुल 2907 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. ...
कांग्रेस नेता और पूर्व विलासराव मुत्तेम्वर के चुनावी दौर का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादास्पद बयान दिया। ...
इस सीट पर कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार जीतते और हारते रहे हैं, लेकिन हार का अंतर कभी बड़ा नहीं रहा. 2013 से पहले इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार अश्विनी जोशी लगातार तीन बार चुनाव जीत चुके हैं. ...
मध्यप्रदेश में लोगों का विश्वास हासिल करने के लिए प्रयासरत कांग्रेस के सामने बूथ मैनेजमेंट की सबसे बड़ी चुनौती है. भाजपा हर बूथ पर 10 से 20 लोगों को तैनात कर रही है. यही नहीं, पहली बार भाजपा महिला मोर्चा को भी हर बूथ पर कम से कम 5 महिलाओं को तैनात कर ...
योगी आदित्यनाथ ने कहा, "मैं कमलनाथ जी का एक बयान पढ़ रहा था, जिसमें उन्होंने कहा कि हमें एससी-एसटी का वोट नहीं चाहिए, कांग्रेस को केवल मुस्लिमों का वोट चाहिए. कमलनाथ जी, आपको ये अली मुबारक, हमारे लिए बजरंग बलि पर्याप्त होंगे"। ...