भारतीय पर्यटक जल्द ही पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के उत्तर में गश्त बिंदुओं के करीब रणनीतिक चांग चेनमो सेक्टर में घूमने जा सकेंगे। चीन के साथ सीमा गतिरोध अब अपने चौथे वर्ष में है लेकिन इसी बीच ये खबर आई है कि उन स्थानों तक भी जहां पहले नागरिकों का ...
फिलहाल भारत के टी-72 और टी-90 टैंक चीन से लगती ऊंची पहाड़ियों पर तैनात हैं। हालांकि इनको देपसांग के मैदानी इलाकों में चलाना तो आसान है लेकिन पहाड़ों पर तेजी से इनकी जगह बदलना मुश्किल। इसलिए हल्के टैंक की जरूरत महसूस की जा रही था जिसकी कमी जोरावर पूर ...
प्रेस इंडेक्स पर भारत की कम रैंकिंग के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि ये माइंड गेम खेलने के तरीके हैं जो उस देश के रैंक को कम करने जैसा है जिसे आप पसंद नहीं करते हैं जबकि अन्य की नहीं करते हैं। ...
भारत का भी मानना है कि सीमा पर सैनिकों की वापसी की पहल एक लंबी प्रक्रिया से गुजरेगी। सेना का मानना है कि भारत यदि अपने सैनिकों को पीछे हटाता है तो उन जगहों पर पीएलए के सैनिक आ जाएंगे। इसलिए भारत अपने नियंत्रण वाले ऊंचाइयों को छोड़ने के पक्ष में नहीं ...
कर्ट कैंपबेल ने इस दौरान भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बारे में भी बात की और कहा कि सीमा पर चीन द्वारा उठाए गए कुछ कदम उकसाने वाले रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीन ने वैश्विक व्यवस्था को चुनौती दी है जिससे चीन के लक्ष्य और महत्वाकांक्षा पर सवाल उठे है ...
नई दिल्ली: पूर्व अमेरिकी रक्षा सचिव जिम मैटिस ने आशंका जताई है कि अगर यूक्रेन में रूसी हमले पर चीन गहराई से नजर रख रहा है। जिम मैटिस के अनुसार रूस की कार्रवाई अगर सफल होती है तो चीन भी भारत के साथ लगे एलएसी पर हमले कर सकता है। मैटिस ने 3 मार्च को राय ...
मई 2020 में दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख सैन्य गतिरोध के बाद से चीन और भारत के बीच संबंध खराब हो गए हैं। भारत का कहना है कि जब तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति नहीं होगी तब तक चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते। ...
1962 के युद्ध में चीन ने भारत के बड़े भू-भाग को हड़प रखा है। हमारे साथ शांति का राग अलापते हुए वह भारत में अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम सहित कई इलाकों पर बुरी नजर रखे हुए है। 1962 के युद्ध के बाद शांति के वादे को भी चीन ने तोड़ा था। 1967 में उसने नाथुला ...