विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। यह दिन यह भी याद दिलाता है कि कैसे महिलाओं ने कई सामाजिक व अन्य बाधाओं को पार करते हुए मुकाम हासिल किए और लगातार कर रही हैं। यह सबसे पहली बार 1909 में मनाया गया था और इसे संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1975 से मनाना शुरू किया। Read More
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्श ग्राम नागेपुर में मंगलवार को आयोजित हुई रैली नागेपुर के लोक समिति आश्रम से शुरू हुई और कई अलग-अलग बस्तियों से होते हुए अम्बेडकर चौक पर पहुंची। ...
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2022 का ध्येय वाक्य ‘ब्रेक द बायस’ है अर्थात पूर्वाग्रहों को तोड़ना। हम सभी यह जानते हैं कि समाज में व्याप्त पूर्वाग्रहों को तोड़े बगैर एक समता मूलक समाज का निर्माण नहीं हो सकता। ...
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह त्रिपुरा के एक दिन के दौरे पर पहुंचे हैं। त्रिपुर में भाजपा गठबंधन के चार साल पूरा होने के मौके पर आयोजित रैली में उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार घोषणापत्र के सभी वादों को पूरा करेगी। ...
International Women’s Day: ‘महिला दिवस’ के मौके पर औरंगाबाद से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित बाकापुर में हर घर के नाम की तख्ती वहां के निवासियों को गौरवान्वित महसूस कराती हैं, क्योंकि इस पर महिला के नाम को घर के मालिक या सह-मालिक के रूप में लिखा जाता है ...
International Women’s Day: ‘हाउस वर्क इज वर्क’ के बारे में बताया कि इस पहल का मकसद इन महिलाओं को यह भरोसा दिलाया है कि वे रोजगार योग्य हैं, उनके पास कौशल है और वे बैंक में विभिन्न भूमिकाएं निभा सकती हैं। ...
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर उन महिलाओं के बारे में जानते हैं, जिन्होंने दर्शकों के सामने शानदार फिल्में पेश की हैं। वैसे तो महिलाएं किसी एक दिन की मोहताज नहीं हैं। मगर आज सिनेमा की बात करने वाले हैं। ...
जीवन के हर क्षेत्र में महिलाओं के महत्व से अब इनकार नहीं किया जा सकता है. किंतु एक पंख से उड़ान नहीं भरी जा सकती, उसका दूसरा पंख बनकर उसमें चेतना, समानता और सम्मान का भाव जागृत करना भी जरूरी है. ...