गोवर्धन पूजा- दिवाली के ठीक एक दिन बाद पड़ने वाली गोवर्धन पूजा की अत्यधिक मान्यता है। लोग इस दिन अपने घरों पर गोबर की पूजा करते हैं। द्वापर युग से शुरू हुयी इस पूजा के दिन भगवान श्री कृष्ण और गौ की पूजा की जाती है। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को यह उत्सव मनाया जाता है जिसे अन्नकूट पूजा के नाम से भी जानते हैं। Read More
गोवर्धन पूजा का अधिक महत्व गुजराती नए वर्ष के रूप में भी किया जाता है। आप भी इस शुभ अवसर पर अपने प्रियजनों को खूबसूरत व्हॉट्सऐप, फेसबुक फोटोज के जरिए बधाई दे सकते हैं। ...
अन्नकूट त्योहार ब्रज के कुछ मुख्य त्योहारों में से एक है। इस साल अन्नकूट का ये त्योहार 28 अन्नकूट के दिन गाय के गोबर से बने गोवर्धन की पूजा की जाती है। ...
द्वापर युग से ही गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्री कृष्ण और गौ की पूजा की जाती है। शास्त्रों में बताया गया है कि गाय उतनी ही पवित्र है जितनी मां गंगा का निर्मल जल। ...
गोवर्धन की पूजा करने के लिए आप अपने घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन का चित्र बनाएं। उसकी पूजा के लिए रोली, चावल, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर, फूल आदि से दीपक जालाकर उसकी पूजा करें। ...
गोवर्धन पूजा के खास दिन देश के कई राज्यों में अन्नकूट की सब्जी बनती है। इस सब्जी में 80 अलग-अलग फल और सब्जियां पड़ती हैं। ज्यादातर घरों में इस सब्जी को बनाया जाता है। तीखी, नमकीन और कसैला स्वाद आता है। आप इसे रोटी, पूड़ी और परांठे के साथ खा सकते हैं। य ...