गणगौर पूजा मुख्य तौर पर मध्य प्रदेश और राजस्थान में करने की परंपरा है। राजस्थान में इसे 16 दिन तक तो वहीं मध्य प्रदेश में इसे आम तौर पर 3 दिन तक किया जाता है। इसकी शुरुआत होली से होती है। इस पूजा को महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए करती हैं। गणगौर पूजा में भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। Read More
इस बार 27 मार्च को गणगौर की पूजा की जाएगी। होली से शुरू होने वाले इस पर्व की हिन्दू शास्त्रों में काफी मान्यता है। मां पार्वती और भगवान शंकर को समर्पित इस पूजा को महिलाएं करती हैं। मान्यता है कि माता पार्वती, सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य का वरदान ...
Gangaur Puja 2020 (गणगौर पूजा कब है? ): गणगौर व्रत पूजा की शुरूआत होली के शाम से ही हो जाती है। इसमें कुंवारी और विवाहित महिलाएं हर दिन गणगौर जी की पूजा करती हैं। इसका समापन कल होगा। ...
पूरा देश इस समय कोरोना के संकट से जूझ रहा है। चीन से आया ये घातक वायरस धीरे-धीरे अपनी जड़ पूरे देश में फैलाता जा रहा है। इससे बचने के लिए लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि वो घर में रहें। इसी के चलते देश में 21 दिन के लाकडाउन कर दी गया है। इसी बीच ...
गणगौर पूजा विधि: भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित गणगौर की पूजा का आखिरी दिन का सबसे ज्यादा महत्व है। अपने पति की लम्बी उम्र के लिए रखा जाने वाला ये पर्व और इसकी पूजा दोनों ही खास होती है। ...
Gangaur Puja 2020: माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव ने माता पार्वती को सदा सुहागन रहने का वरदान दिया था। इस लिए इस दिन महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करती हैं और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। ...