हम बैलगाड़ी से चले थे और हमारे वैज्ञानिकों ने एक साथ 104 सैटेलाइट छोड़ने का कमाल भी दिखा दिया. जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की है, यदि हमने चांद पर किसी भारतीय को उतार दिया तो यह बहुत बड़ी बात होगी. ...
इसरो ने घोषणा की कि रविवार की शाम छह बजकर 43 मिनट पर प्रक्षेपण के लिए 20 घंटे की उल्टी गिनती शुरू हो गई। इसरो के अनुसार ‘चंद्रयान-2’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरेगा, जहां वह इसके अनछुए पहलुओं को जानने का प्रयास करेगा। ...
बता दें कि भारत ने सोमवार तड़के श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र से होने वाले दूसरे चंद्रमा मिशन, चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण तकनीकी खामी के चलते तय समय से लगभग एक घंटे पहले रद्द कर दिया। ...
चंद्रयान-दो का प्रक्षेपण टाले जाने के कुछ घंटे बाद पूर्व इसरो प्रमुख के माधवन नायर ने सोमवार को याद दिलाया कि चांद के लिए भारत के पहले मिशन में भी रॉकेट के प्रक्षेपण के कुछ पहले इसी तरह की गड़बड़ी का सामना करना पड़ा था। ...
देश का यह ऐतिहासिक क्षण देखने यहां लोग दूर-दूर से पहुंचे थे। और वह इसरो द्वारा हाल ही में बनाई दर्शक दीर्घा से सांसें थामे प्रक्षेपण का इंतजार कर रहे थे लेकिन जब घड़ी की सूई आगे नहीं बढ़ी और प्रक्षेपण टालने की घोषणा हुई तो उन्हें निराशा हाथ लगी। राष् ...
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ट्वीट किया, ‘‘प्रक्षेपण यान प्रणाली में टी-56 मिनट पर तकनीकी खामी दिखी। एहतियात के तौर पर चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण आज के लिए टाल दिया गया है। नई तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी।’’ ...
'चंद्रयान-2' चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरेगा जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंच पाया है। इससे चांद के बारे में समझ सुधारने में मदद मिलेगी जिससे ऐसी नयी खोज होंगी जिनका भारत और पूरी मानवता को लाभ मिलेगा। ...