चंद्रयान-3 मिशन का प्रक्षेपण 14 जुलाई को होगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने घोषणा की। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से किया जाएगा। इसरो का नया प्रक्षेपण यान एलवीएम-3 चंद्र मिशन को अंजाम देगा। चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान, जिसे एलवीएम-3 (प्रक्षेपण यान मार्क-3) (पहले जीएसएलवी एमके-3 के रूप में जाना जाता था) द्वारा प्रक्षेपित किया जाएगा। यह तीन मॉड्यूल- प्रणोदन, लैंडर और रोवर का एक संयोजन है। Read More
‘चंद्रयान-1’ से मिले रिमोट सेंसिंग डेटा का विश्लेषण कर रहे वैज्ञानिकों ने पाया है कि पृथ्वी के उच्च ऊर्जा वाले इलेक्ट्रॉन संभवत: चंद्रमा पर जल बना रहे हैं। ‘नेचर एस्ट्रोनॉमी’ पत्रिका में प्रकाशित शोध में कहा गया है कि इलेक्ट्रॉन संभवत: चंद्रमा पर जल ...
Chandrayaan 3 New Image: 6 सितंबर 2023 को चंद्रयान-2 ऑर्बिटर पर लगे डुअल- फ्रीक्वेंसी सिंथेटिक एपर्चर रडार (डीएफएसएआर) उपकरण ने चंद्रयान-3 लैंडर की एक छवि ली है। ...
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि 2014 में भारत में केवल चार अंतरिक्ष स्टार्टअप थे और 2023 में यह संख्या बढ़कर 150 से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में, देश की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का मूल्य 8 अरब अमेरिकी डॉलर है और इसके साल 2040 तक ...
उपग्रह को L1 बिंदु पर अंतिम रूप से स्थापित करने की प्रक्रिया में जटिल युद्धाभ्यासों की एक श्रृंखला की आवश्यकता होगी, जिसमें पहला प्रदर्शन रविवार को किया जाएगा। ...
इसरो ने कहा कि पेलोड द्वारा एकत्र किया गया डेटा पृथ्वी पर भेज दिया गया है और पेलोड अब बंद हो गए हैं। इसरो को उम्मीद है कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान 22 सितंबर के आसपास फिर से काम करना शुरू कर देंगे। ...
एक्पोसैट (एक्सर रे पोलारिमीटर सैटेलाइट) भारत का पहला समर्पित पोलारिमेट्री मिशन है जो कठिन परिस्थितियों मे भी चमकीले खगोलीय एक्सरे स्रोतों के विभिन्न आयामों का अध्ययन करेगा। ...