यह कवकीय संक्रमण मस्तिष्क, फेफड़े और 'साइनस' को प्रभावित करता है तथा मधुमेह के रोगियों एवं कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों के लिए जानलेवा हो सकता है। इसे म्यूकोरमाइकोसिस कहा जाता है. विशेषज्ञों के अनुसार, मधुमेह, वृक्क रोग, यकृत रोग, वृद्धावस्था आदि से कम प्रतिरक्षा वाले लोगों में म्यूकोरमाइकोसिस अधिक देखने को मिलता है। Read More
अभी ब्लैक फंगस और कोरोना (Corona) की दूसरी लहर से ही देश उबर नहीं पाया है, वहीं अब ग्रीन फंगस की नई बीमारी सामने आ गई है. मध्यप्रदेश (MP) के इंदौर (Indore) शहर में ग्रीन फंगस का देश का पहला मरीज मिला है. इस मरीज का मुंबई में इलाज चल रहा है. विशेषज्ञ ...
जीएसटी परिषद ने कोविड-19 के इलाज में काम आने वाली दवाओं मसलन रेमडेसिविर तथा उपकरणों... ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर तथा चिकित्सा ग्रेड ऑक्सीजन पर कर की दर में कटौती की है। ...