केंद्र सरकार की “जन-विरोधी” नीतियों के खिलाफ बुधवार (8 जनवरी) को मजदूर संगठनों ने भारत बंद बुलाया है। मजदूर संगठनों के साथ वामपंथी दल और कांग्रेस समर्थक भी बंद के समर्थन में हैं। देश के प्रमुख संघों इंटक, सीटू, सेवा, एआईटीयूसी, एचएमएस, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है और उनका दावा है कि इस में 25 करोड़ श्रमिक शामिल होंगे।