अमृतपाल सिंह 'वारिस पंजाब दे' संगठन का प्रमुख है। खालिस्तानी लीडर अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के गांव जंडुपुर खेरा का रहने वाला है। अमृतपाल का परिवार दुबई में ट्रांसपोर्ट का काम करता है। वह भी इसी बिजनेस से जुड़ा था। बाद में वह भारत लौटा और 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख बना। इस संगठन को दिल्ली में किसानों की रैली के दौरा हुई हिंसा के आरोपी रहे दीप सिद्धू ने बनाया था। ऐसा कहते हैं कि खालिस्तानी विचारधारा का पाठ उसने दुबई में ही पढ़ा। साल 2023 की फरवरी में वह सबसे अधिक चर्चा में उस समय आया जब अमृतपाल ने अपने एक समर्थक को छुड़ाने के लिए कई समर्थकों के साथ अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाना पर हमला कर दिया। Read More
तरनतारन, फिरोजपुर, मोगा, संगरूर, सब-डिवीजन जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 23 मार्च (12 घंटे) तक निलंबित कर दी ग ...
शनिवार को अंतिम बार अमृतपाल को मर्सिडीज एसयूवी में तेजी से भागते देखा गया था, हालांकि बाद में उसने कार को छोड़ दिया और पुलिस बचने के लिए बाइक पर सवार हो गया। ...
लंदन में भारतीय उच्चायोग में दाखिल होकर उपद्रव मचाने वाले तिरंगे को उतारने के प्रयास करने वाले खालिस्तानी समर्थकों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। अब एक और वीडियो सामने आया है। इसमें इमारत पर विशाल तिरंगा लगा हुआ नजर आ रहा है। ...
फरार अमृतपाल सिंह की करीबी और गुरुग्राम से सुरक्षा एजेंसियों के हत्थे चढ़े दलजीत सिंह कलसी के बैंक खातों की जांच में पाया गया है कि उसके बैंक खाते में पिछले दो वर्षों में विदेशों से कम से कम 35 करोड़ रुपये जमा किये गये थे। दलजीत सिंह को अमृतपाल सिंह ...