15 साल से सिक लीव पर चल रहा सालाना 55 लाख रुपए पाने वाला IMB का कर्मचारी, इस वजह से कंपनी पर किया मुकदमा
By अनिल शर्मा | Published: May 17, 2023 11:20 AM2023-05-17T11:20:07+5:302023-05-17T11:23:30+5:30
इयान क्लिफोर्ड ने दावा किया कि विकलांग होने की वजह से भेदभाव किया गया और 15 वर्षों में उनके वेतन में कोई वृद्धि नहीं की गई।
लंदनः यूके में वेतन में बढ़ोतरी करने की मांग को लेकर आईबीएम पर मुकदमा करने वाले एक वरिष्ठ कर्मचारी ने कहा है कि वह लालची नहीं हैं। 50 वर्षीय इयान क्लिफोर्ड साल 2008 से ही सिक लीव पर हैं और दिग्गज आईटी कंपनी पर इन वर्षों में वेतन नहीं बढ़ाए जाने को लेकर मुकदमा किया है।
15 साल से सिक लीव पर चल रहे सालाना £54,000 (55 लाख) पाने वाले क्लिफोर्ड ने कहा, मेरी कई वर्षों से कीमोथेरेपी चल रही है और मैं बेहद अस्वस्थ हूं। उन्होंने आईबीएम पर भेदभाव करने और वेतन नहीं बढ़ाए जाने का आरोप लगाया है। इयान क्लिफोर्ड ने दावा किया कि विकलांग होने की वजह से भेदभाव किया गया और 15 वर्षों में उनके वेतन में कोई वृद्धि नहीं की गई। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति के कारण उनका वेतन समय के साथ "मुरझा" जाएगा।
हालांकि, एक रोजगार न्यायाधिकरण ने उनके दावों को खारिज कर दिया। न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें "बहुत महत्वपूर्ण लाभ" और "अनुकूल उपचार" दिया गया है। मीडिया से बात करते हुए कर्मचारी ने कहा कि मैं लालची नहीं हूं। आपका वेतन आपके बीमा, पेंशन और अन्य चीजों को प्रभावित करता है। लोग सोच रहे हैं कि मैं लालची हूं। मेरे एक बेटा है जो विश्वविद्यालय जाता है।