महाराष्ट्र के 4900 गांव नेटवर्क से कोसों दूर, ग्रामीण इलाकों में नहीं रहेगी समस्या, मोबाइल टावर से जुड़ेंगे सभी गांव, जानें
By शाहनवाज आलम | Published: February 3, 2023 08:39 PM2023-02-03T20:39:19+5:302023-02-03T20:40:13+5:30
महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में सिग्नल की समस्या से लोगों को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा. 4900 गांव में बीएसएनएल के 4जी नेटवर्क टॉवर लगाए जाएंगे.
नागपुर:महाराष्ट्र राज्य में आज भी 4900 गांव ऐसे हैं, जहां लोग देश-दुनिया से पूरी तरह कटे हुए हैं. वहां न तो किसी तरह का कोई सिग्नल है और न ही कोई साधन. डिजिटल इंडिया के इस दौर में यह आंकड़े चौकाने वाले हैं. जहां सिर्फ महाराष्ट्र में 4900 गांव नेटवर्क से कोसों दूर हैं तो वहीं पूरे देश में 38901 गांव मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है.
इन गांवों को जोड़ने के लिए अब भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने काम शुरू कर दिया है. इस वर्ष राज्य के 4900 गांव में बीएसएनएल के 4जी नेटवर्क टॉवर लगाए जाएंगे. वहीं पूरे देश में करीब 28000 गांवों में 4जी नेटवर्क लांच करने की योजना पर मुहर लग चुकी है. अब महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में सिग्नल की समस्या से लोगों को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा.
नागपुर आए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के निदेशक (एचआर) अरविंद वडनेरकर इस योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बीएसएनएल ने ग्रामीण क्षेत्रों को संचार सुविधा से जोड़ने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बीएसएनएल टावर लगाने के लिए सरकार से भूमि का प्रावधान करने के लिए बैठकें की जा रही हैं.
ढाई साल के अंदर 5 जी नेटवर्क
बीएसएनएल के अधिकारियों ने बताया कि 2023 में ही 4जी की सेवा देश में शुरू हो जाएगी. लेकिन 5जी की सेवा के लिए ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. करीब ढाई वर्ष के अंदर ही बीएसएनएल अपनी 5जी नेटवर्क सेवा लांच कर देगा. फिलहाल 4जी नेटवर्क की तैयारी पूरी हो गई है. मोबाइल टॉवर, ट्रांसमिशन और अन्य इक्विपमेंट को लेकर भी तैयारी पूरी हो चुकी है.
15 प्रतिशत मार्केश शेयर का लक्ष्य
एचआर विभाग के निदेशक अरविंद वडनेरकर ने कहा कि बीएसएनएल का लक्ष्य देश में 15 प्रतिशत मार्केट शेयर हासिल करना है. हमारा पूरा फोकस फिलहाल मोबाइल मार्केट पर ही है. अभी हम 10 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ देश में बने हुए हैं. लेकिन हमारा लक्ष्य अब नए ग्राहकों को जोड़ने का है. करीब 5 प्रतिशत मार्केट शेयर हासिल कर हम अच्छी स्थिति में पहुंच जाएंगे.
नए कर्मचारियों की नहीं होगी भर्ती
बीएसएनएल का कहना है कि उनके पास फिलहाल प्रर्याप्त कर्मचारी है. वे आने वाले कुछ सालों में नए कर्मचारियों की भर्ती नहीं करेंगे. पूरे देश में बीएसएनएल के 61000 कर्मचारी है. कुछ समय पहले तक बीएसएनएल के पास कुल डेढ़ लाख कर्मचारी थे, लेकिन 78500 कर्मियों ने वीआरएस ले लिया है. वीआरएस लेने के बाद अब कुल 61 हजार कर्मचारी हैं, जो पर्याप्त हैं. फिलहाल करीब 3 साल तक बीएसएनल में किसी तरह की भर्तियां नहीं होगी.