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आपके डिवाइस के कीपैड साउंड से हैक हो सकता है अकाउंट, हैकर्स ऐसे लगा सकते हैं सेंध

By जोयिता भट्टाचार्या | Updated: August 21, 2019 16:36 IST

साइबर हैकिंग के कई मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। हैकर्स ने अब आपके अकाउंट में सेंध लगाने के लिए नया तरीका खोजा है। हैकर्स अब आपके कंप्यूटर या स्मार्टफोन के कीपैड की आवाज को रिकॉर्ड कर अकाउंट को हैक कर सकते हैं।

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ठळक मुद्देमोबाइल फोन के कीपैड की आवाज रिकॉर्ड कर अकाउंट को हैक कर लिया गयापब्लिक प्लेस पर जैसे कॉफी शॉप, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, आदि जगह पर लैपटॉप का इस्तेमाल करना घातक साबित हो सकता हैलोगों के टाइप किए हुए शब्दों को 41 प्रतिशत की दर से सही अंदाजा लगा सकते हैं

साइबर अपराधियों के बारे में आए दिन हमें कुछ ना कुछ नया सुनने को मिल जाता है। हैकर्स के पास कई रास्ते हैं, जिससे वह आपकी जानकारी चुराकर उसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि हैकर्स आपके कीपैड की आवाज से भी आपके पासवर्ड और कई महत्वपूर्ण जानकारी हैक कर सकते है।

टाइपिंग से जान लेते हैं पासवर्ड 

साइबर हैकिंग का एक नया मामला सामने आया है जहां मोबाइल फोन के कीपैड की आवाज रिकॉर्ड कर अकाउंट को हैक कर लिया गया। ऐसे में पब्लिक प्लेस पर जैसे कॉफी शॉप, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, आदि जगह पर लैपटॉप का इस्तेमाल करना घातक साबित हो सकता है क्योंकि पब्लिक वाई-फाई से हम डेटा ट्रांसफर करते हैं जिसके चलते हैकर्स को फायदा मिलता है।

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स्मार्टफोन से रिकॉर्ड कर सकते है टाइपिंग की आवाज

टेक्सास स्थिति साउथर्न मेथोडिस्ट विश्वविद्यालय के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने यह पाया कि किसी भी कीबोर्ड पर टाइपिंग के समय होने वाली आवाज को एक स्मार्टफोन के जरिए सफलतापूर्वक रिकॉर्ड किया जा सकता है। जिससे बाद में यह भी पता चल सकता है कि कीबोर्ड से क्या लिखा गया था।

शोधकर्ताओं ने इस शोध के दौरान सफलतापूर्वक कई शब्दो का अंदाजा भी लगाया। यह नतीजे इस लिए भी चौकाने वाले हैं क्योंकि यह सब एक ऐसे कमरे में हुआ जहां काफी लोग मौजूद थे और अलग-अलग लैपटॉप ओर स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे थे,साथ ही बातें भी कर रहे थे।

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इस विषय का अध्यन कर रहे प्रोफेसर एरिक लार्सन ने कहा कि हम लोगों के टाइप किए हुए शब्दों को 41 प्रतिशत की दर से सही अंदाजा लगा सकते हैं, और इस दर को 41 प्रतिशत से बढ़ाया भी जा सकता है।प्रोफेसर लार्सन ने यह भी कहा कि स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों को ग्राहक की निजी जानकारी की सुरक्षा पर और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।

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