ट्विटर मुफ्त में नहीं कर सकेंगे इस्तेमाल! अब देने होंगे पैसे, एलन मस्क ने किया बड़ा ऐलान
By विनीत कुमार | Published: May 4, 2022 07:00 AM2022-05-04T07:00:49+5:302022-05-04T07:27:11+5:30
ट्विटर का इस्तेमाल करने के लिए अब कुछ यूजर्स को पैसे चुकाने पड़ सकते हैं। इसका संकेत एलन मस्क ने दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि आने वाले दिनों में कमर्शियल या सरकारी यूजर्स को थोड़े पैसे चुकाने पड़ सकते हैं।
नई दिल्ली: ट्विटर का इस्तेमाल करने के लिए आने वाले दिनों में पैसे चुकाने पड़ सकते हैं। इसके संकेत हाल में ट्विटर खरीदने वाले एलन मस्क ने दिए हैं। 'स्पेस एक्स' और 'टेस्ला' के मालिक एलन मस्क ने बुधवार को एक ट्वीट कर साफ किया कैजुअल यूजर्स के लिए ट्विटर हमेशा फ्री रहेगा। हालांकि कमर्शियल या सरकारी यूजर्स को थोड़े पैसे चुकाने पड़ सकते हैं।
Twitter will always be free for casual users, but maybe a slight cost for commercial/government users
— Elon Musk (@elonmusk) May 3, 2022
अरबपति एलन मस्क ने पिछले महीने करीब 44 अरब डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण करने का समझौता किया। टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधइकारी (सीईओ) मस्क ने 14 अप्रैल को ट्विटर को खरीदने की पेशकश की थी। मस्क ने कहा था कि वह ट्विटर को इसलिए खरीदना चाहते है, क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि यह स्वतंत्र अभिव्यक्ति के मंच के रूप में अपनी क्षमता पर खरा उतर पा रहा है।
मस्क ने कहा था कि वह एक ऐसा मंच बनाना चाहते हैं जहां हर तरह की बात कहने की अनुमति हो। बता दें कि ट्विटर की अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह एक निजी स्वामित्व वाली कंपनी बन जाएगी।
मस्क द्वारा ट्विटर को खरीदे जाने के बाद इसमें कई बड़े बदलाव के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि कंपनी से सीईओ पराग अग्रवाल की भी जल्द छुट्टी हो सकती है। हाल में पराग अग्रवाल ने ट्विटर कर्मचारियों से कहा था कि उन्हें नहीं पता कि 44 अरब डॉलर के बड़े सौदे के बाद यह कंपनी किस दिशा में जाएगी। पराग अग्रवाल ने करीब पांच महीने पहले ही ट्विटर की कमान संभाली थी।
इस बीच पिछले हफ्ते ट्विटर ने बताया था कि उसका मार्च तिमाही का मुनाफा 51.3 करोड़ डॉलर रहा है। कंपनी के अनुसार जनवरी से मार्च के बीच उसका राजस्व 16 फीसदी की वृद्धि के साथ 1.2 अरब डॉलर हो गया। उसके यूजर्स की संख्या भी पिछले वर्ष की तुलना में 16 फीसदी बढ़ गई। उसके सक्रिय यूजर्स की दैनिक औसत संख्या 22.9 करोड़ है।