डाटा लीक पर चिंतित पीएम मोदी, फेसबुक, गूगल, व्हाट्सऐप को भारत में सर्वर लगाने के दिए जा सकते हैं निर्देश
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: April 11, 2018 08:28 AM2018-04-11T08:28:05+5:302018-04-11T11:15:23+5:30
रिपोर्ट के अनुसार कैबिनेट बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद आईटी मंत्रालय ने इस मुद्दे पर चर्चा की और फेसबुक डाटा लीक मामले की समीक्षा की।
फेसबुक, गूगल और व्हाट्सऐप जैसी कंपनियों द्वारा कथित तौर पर यूजर्स के डाटा की चोरी और दुरुपयोग पर चिंतित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्देश दिया है कि डाटा शेयरिंग का नियमन किया जाए और इन कंपनियों द्वारा भारतीयों का डाटा भारत में स्थिति सर्वर में रखे जाएं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय मंत्रिमण्डल की हालिया बैठक में ये मुद्दा उठा और ब्रिटिश कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा फेसबुक यूजर्स के डाटा की चोरी और दुरुपयोग पर चर्चा हुई। टीओआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि पीएम मोदी ने कैबिनेट बैठक में कहा कि करोड़ों भारतीयों का डाटा हिन्दुस्तान में स्थित होना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार कैबिनेट बैठक के बाद ये मुद्दा सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय के साथ भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई जिसके बाद मंत्रालय ने इस पूरे मामले की समीक्षा की। गूगल, फेसबुक और व्हाट्सऐप जैसी कंपनियां यूजर्स का डाटा विभिन्न देशों में स्थित सर्वरों में सेव करती हैं। ये सभी कंपनियाँ अमेरिकी हैं और उनसे डाटा हासिल करने के लिए कड़े अमेरिकी कानून का पालन करना पड़ता है। ब्रिटिश कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका पर आरोप है कि उसने फेसबुक से मिले करीब साढ़े आठ करोड़ अमेरिकी यूजर्स का डाटा इस्तेमाल अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में किया था। कंपनी पर आरोप है कि उसने फेसबुक यूजर्स के डाटा का इस्तेमाल करके उनके वोटों डोनाल्ड ट्रंप के फेवर में प्रभावित करने की कोशिश की थी।
अमेरिकी सेनेट में पेश हुए मार्क जकरबर्ग, माफी मांग कहा- भारत के चुनाव में ईमानदारी बरतेंगे
फेसबुक डाटा लीक मामले में कंपनी के संंस्थापक मार्क ज़करबर्ग ब्रिटेन की संसद और अमेरिकी संसद में माफी माँग चुके हैं। मंगलवार (10 अप्रैल) को ज़करबर्ग अमेरिकी सिनेट में पेश हुए और डाटा लीक की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए भरोसा जताया कि भविष्य में ऐसी चूक नहीं होगी। ज़करबर्ग ने अमेरिकी सिनेट में भारत के आगामी चुनाव को लेकर भी बयान दिया और कहा कि इंडिया के आगामी चुनावों के दौरान पूरी तरह ईमानदारी बरती जाएगी।
मामला सामने आने के बाद मार्क ज़करबर्ग अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर यूजर्स से माफी माँग चुके हैं। ज़करबर्ग ने यूजर्स से वादा किया है कि फेसबुक यूजर्स के डाटा को सिक्योर करने के लिए नए कदम उठाएगा। इसके अलावा सभी यूजर्स को ये बताया जाएगा कि उनका डाटा किसके साथ शेयर किया गया है और उसका क्या इस्तेमाल हुआ है। मार्क ज़करबर्ग ने बताया कि फेसबुक ने एक रूसी कंपनी के कई फेसबुक पेज इस आधार पर बन्द कर दिए हैं उसने अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की थी। मार्क ज़करबर्ग ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि इस रूसी कंपनी के वास्तविक फेसबुक पेज को भी बंद कर दिया गया है। ज़करबर्ग ने बताया कि फेसबुक भविष्य में फेक आईडी से बने हुए पेज को भी बंद करती रहेगी।